यूपी बोर्ड मूल्यांकन : बजट के अभाव में जरूरी इंतजाम पर सवाल
यूपी बोर्ड मूल्यांकन : बजट के अभाव में जरूरी इंतजाम पर सवाल
मूल्यांकन आज से
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की केंद्रों पर मास्क, सेनिटाइजर का परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन मंगलवार से शुरू होगा। कोरोना के मद्देनजर सरकार ने केंद्रों पर सेनिटाइजर, लिक्विड साबुन, नैपकिन, मॉस्किटो 300 परीक्षकों पर दिया जाता है मात्र 4500 रुपये रिपलेंट्स आदि के इंतजाम करने के रखते हुए शिक्षकों के बैठने की व्यवस्था निर्देश दिए हैं। लेकिन बजट के अभाव में इस पर सवाल उठ रहे हैं।
माध्यमिक शिक्षा विभाग 300 परीक्षकों पर 4500 रुपये खर्च देता है। जिसमें स्टेशनरी, पानी, बोरा, सुतली, बिजली और कॉपी ढुलाई का भाड़ा शामिल रहता है। हर साल प्रत्येक मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्य अपनी जेब से अच्छी खासी रकम खर्च कर देते हैं क्योंकि बोर्ड की ओर मिले रुपये कम पड़ जाते हैं। मूल्यांकन शुरू होने से पहले सोमवार को जीआईसी, जीजीआईसी, की गई है। जीजीआईसी में एक कमरे में 12-13 टीचर के बैठने का इंतजाम है। इसी प्रकार अन्य केंद्रों में भी दो-दो मीटर दूरी पर शिक्षकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
प्रधानाचार्यों ने शिक्षकों से कहा है कि मास्क और ग्लव्स घर से पहनकर आएं। केपी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. योगेन्द्र सिंह ने सोमवार को जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र लिखकर कुछ ग्लव्स व मास्क मूल्यांकन शुरू होने से पूर्व उपलब्ध कराने का अनुरोध केपी इंटर कॉलेज, क्रास्थवेट, अग्रसेन, किया है ताकि जिन शिक्षकों के पास न जमुना क्रिश्चियन, केएन काटजू, केसर विद्यापीठ, जगत तारन, भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज आदि केंद्रों पर नगर निगम की टीम ने सेनिटाइजेशन किया।
सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल हो उन्हें दिया जा सके। सेनिटाइजर, लिक्विड साबुन, नैपकिन, मॉस्किटो रिपेलेंट, थरमल स्कैनर, बैनर-पोस्टर, आवश्यक पुलिस बल आदि के इंतजाम का भी अनुरोध किया है।
No comments:
Write comments