CBSE : दूसरे शहर में परीक्षा को अपने स्कूल में आवेदन।
CBSE : दूसरे शहर में परीक्षा को अपने स्कूल में आवेदन।
1 से 15 जुलाई के बीच बचे हुए विषयों की होगी परीक्षा।
प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय ने परीक्षा की शुरू की तैयारी
10वीं में 1.90 लाख एवं 12वीं में
1.50 लाख परीक्षार्थी थे।
प्रयागराज : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय ने भी बची परीक्षा कराने की तैयारी शुरू कर दी है। 1 से 15 जुलाई के बीच पेपर होने हैं। कॉमर्स और 'मैनिट के ही कुछ पेपर बाकी हैं। बोर्ड ने बचे पेपर के लिए छात्र-छात्राओं को उनके स्कूल में ही सेंटर देने की तैयारी की है। यही नहीं जो छात्र किसी दूसरे शहर में चले गए हैं, उन्हें उसी शहर में परीक्षा केंद्र एलॉट किया जाएगा। सीबीएसई प्रयागराज की क्षेत्रीय अधिकारी श्वेता अरोरा ने बताया कि जो पेपर बचे हैं उनके लिए सेल्फ सेंटर बनाया जाएगा। केंद्र की गाइडलाइन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग कराते हुए परीक्षा होगी। जो बच्चे किसी दूसरे शहर में चले गए हैं उन्हें अपने पंजीकृत स्कूल के माध्यम से सीबीएसई को आवेदन भेजना होगा ताकि वे वर्तमान में जिस शहर में हैं। वहां उन्हें परीक्षा देने की सुविधा दी जा सके। बचे हुए पेपर के लिए परीक्षा में अभी एक महीने का समय है। 15 जून के आसपास स्कूलों को दिशा निर्देश भेजे जाएंगे। महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो ने बताया कि सेल्फ सेंटर पर ही परीक्षा की जानकारी मिली है।
रीजन के तहत यूपी के 52 जिलों में बने थे 333 केंद्र 15 फरवरी से शुरू हुई सीबीएसई की 10वीं-12वीं परीक्षा के लिए प्रयागराज रीजन के 52 जिलों में 333 केंद्र बनाए गए थे। दसवीं में लगभग 1.90 लाख एवं बारहवीं में
1.50 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत थे। प्रयागराज जिले में तकरीबन 26 हजार परीक्षार्थियों के लिए 23 केंद्र बने थे। लेकिन अब सभी स्कूलों में परीक्षा होगी।
.....................
CBSE : सुविधा : छूटी बोर्ड परीक्षा कहीं भी दे सकेंगे छात्र।
सुविधा: छूटी बोर्ड परीक्षा कहीं भी दे सकेंगे छात्र
नई दिल्ली : सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं की बची हुई परीक्षाओं को लेकर छात्रों को एक और राहत देने का फैसला किया है। बची हुई बोर्ड परीक्षाएं एक से 15 जुलाई के बीच होनी हैं लेकिन जो छात्र इस बीच दूसरे जिलों में चल गए हैं, उन्हें नजदीक में ही परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराया जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि यह पता चला है कि कोविड-19 के प्रसार और लॉकडाउन के कारण स्कूलों के बंद हो जाने के कारण काफी छात्र अब उस जगह मौजूद नहीं हैं, जहां से वे पिछली परीक्षाओं में उपस्थित हुए थे। इनमें से कई छात्र-छात्राओं के लिए हो सकता है कि पुराने परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होना मुश्किल हो।
CBSE : दूसरे शहर में परीक्षा को अपने स्कूल में आवेदन।
1 से 15 जुलाई के बीच बचे हुए विषयों की होगी परीक्षा।
प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय ने परीक्षा की शुरू की तैयारी
10वीं में 1.90 लाख एवं 12वीं में
1.50 लाख परीक्षार्थी थे।
प्रयागराज : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय ने भी बची परीक्षा कराने की तैयारी शुरू कर दी है। 1 से 15 जुलाई के बीच पेपर होने हैं। कॉमर्स और 'मैनिट के ही कुछ पेपर बाकी हैं। बोर्ड ने बचे पेपर के लिए छात्र-छात्राओं को उनके स्कूल में ही सेंटर देने की तैयारी की है। यही नहीं जो छात्र किसी दूसरे शहर में चले गए हैं, उन्हें उसी शहर में परीक्षा केंद्र एलॉट किया जाएगा। सीबीएसई प्रयागराज की क्षेत्रीय अधिकारी श्वेता अरोरा ने बताया कि जो पेपर बचे हैं उनके लिए सेल्फ सेंटर बनाया जाएगा। केंद्र की गाइडलाइन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग कराते हुए परीक्षा होगी। जो बच्चे किसी दूसरे शहर में चले गए हैं उन्हें अपने पंजीकृत स्कूल के माध्यम से सीबीएसई को आवेदन भेजना होगा ताकि वे वर्तमान में जिस शहर में हैं। वहां उन्हें परीक्षा देने की सुविधा दी जा सके। बचे हुए पेपर के लिए परीक्षा में अभी एक महीने का समय है। 15 जून के आसपास स्कूलों को दिशा निर्देश भेजे जाएंगे। महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो ने बताया कि सेल्फ सेंटर पर ही परीक्षा की जानकारी मिली है।
रीजन के तहत यूपी के 52 जिलों में बने थे 333 केंद्र 15 फरवरी से शुरू हुई सीबीएसई की 10वीं-12वीं परीक्षा के लिए प्रयागराज रीजन के 52 जिलों में 333 केंद्र बनाए गए थे। दसवीं में लगभग 1.90 लाख एवं बारहवीं में
1.50 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत थे। प्रयागराज जिले में तकरीबन 26 हजार परीक्षार्थियों के लिए 23 केंद्र बने थे। लेकिन अब सभी स्कूलों में परीक्षा होगी।
.....................
CBSE : सुविधा : छूटी बोर्ड परीक्षा कहीं भी दे सकेंगे छात्र।
सुविधा: छूटी बोर्ड परीक्षा कहीं भी दे सकेंगे छात्र
नई दिल्ली : सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं की बची हुई परीक्षाओं को लेकर छात्रों को एक और राहत देने का फैसला किया है। बची हुई बोर्ड परीक्षाएं एक से 15 जुलाई के बीच होनी हैं लेकिन जो छात्र इस बीच दूसरे जिलों में चल गए हैं, उन्हें नजदीक में ही परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराया जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि यह पता चला है कि कोविड-19 के प्रसार और लॉकडाउन के कारण स्कूलों के बंद हो जाने के कारण काफी छात्र अब उस जगह मौजूद नहीं हैं, जहां से वे पिछली परीक्षाओं में उपस्थित हुए थे। इनमें से कई छात्र-छात्राओं के लिए हो सकता है कि पुराने परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होना मुश्किल हो।
No comments:
Write comments