छोटा किया जा सकता है स्कूलों का सिलेबस।
लखनऊ : देश में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के पाठ्यक्रम कम किए जा सकते हैं। सोमवार को इस बाबत केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्कूलों को खोलने के बाबत चर्चा की गई। इस दौरान मंत्रालय के सचिव ने सभी स्कूल राज्यों के शिक्षा अधिकारियों से पाठ्यक्रम को लेकर बातचीत की। इसमें यह सामने आया कि सत्र 2020-21 में अप्रैल-मई में स्कूल नहीं खुला और अब जुलाई में भी तारीख तय नहीं होने से पाठ्यक्रम समय पर पूरा नहीं हो सकेगा इस दौरान पाठ्यक्रम में कटौती करने का सुझाव दिया।
छोटा किया जा सकता है स्कूलों का सिलेबस
नई दिल्लीः स्कूलों के समय में कटौती के साथ सिलेबस भी छोटा हो सकता है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार इस दिशा में विचार कर रही है। मानव संंसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को कहा कि स्टूडेंट्स और पैरंट्स से इस बारे में काफी सुझाव मिले हैं। इस बीच डीओपीटी ने अपने कर्मचारियों के लिए निर्देश जारी किया है कि अब एक दिन में 20 कर्मचारी ही ऑफिस जा सकेंगे।
लखनऊ : देश में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के पाठ्यक्रम कम किए जा सकते हैं। सोमवार को इस बाबत केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्कूलों को खोलने के बाबत चर्चा की गई। इस दौरान मंत्रालय के सचिव ने सभी स्कूल राज्यों के शिक्षा अधिकारियों से पाठ्यक्रम को लेकर बातचीत की। इसमें यह सामने आया कि सत्र 2020-21 में अप्रैल-मई में स्कूल नहीं खुला और अब जुलाई में भी तारीख तय नहीं होने से पाठ्यक्रम समय पर पूरा नहीं हो सकेगा इस दौरान पाठ्यक्रम में कटौती करने का सुझाव दिया।
यूपी में माध्यमिक शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने कहा कि यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू है। अगर केंद्र सरकार पाठ्यक्रम कम करेगी तो यूपी में उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। वहीं, बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद की स्कूलों में रोजाना एक घंटे अधिक कक्षाएं संचालित कर पाठ्यक्रम को पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। वीसी में माध्यमिक शिक्षा निदेशक वीके पांडेय भी मौजूद थे।
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