मैनपुरी के ‘राज' के पास है अनामिका का ‘राज'
जांच
● कासगंज में पकड़ी गई अनामिका ने लिया राज का नाम
● कौन है राज, कहां का है रहने वाला, चल पड़ी चर्चाएं
पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी अनामिका शुक्ला कौन है? इस सवाल का जवाब भले ही अब तक न सामने आया हो लेकिन एक अनामिका शुक्ला कासगंज पुलिस द्वारा पकड़ ली गई। यह अनामिका शुक्ला कासगंज के कस्तूरबा में फर्जी शिक्षिका के रूप में नौकरी कर रही थी और शनिवार को इस्तीफा देने पहुंची थी।
कासगंज में पकड़ी गई इस फर्जी शिक्षिका ने खुलासा किया कि मैनपुरी के किसी राज नाम के युवक ने 5 लाख रुपये लेकर उसे नौकरी दिलवाई थी। अब यह राज कौन है? इसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पिछले दस दिनों से मैनपुरी सहित पूरे प्रदेश में अनामिका शुक्ला के नाम की चर्चा है। शिक्षा विभाग इस अनामिका शुक्ला को लेकर परेशान है।
खुलासा हुआ है कि अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका ने प्रदेश के 25 जिलों में फर्जी रूप से नौकरी हासिल कर ली और इन सभी 25 जिलों से वेतन भी निकाला जा रहा है। हालांकि इस संबंध में सरकार और विभाग की ओर से कोई आधिकारिक खुलासा नहीं किया गया लेकिन शुक्रवार को यह तथ्य सामने आया कि मैनपुरी निवासी अनामिका शुक्ला पांच स्थानों से वेतन ले रही है।
इसके खिलाफ बागपत में एक एफआईआर भी कराई गई है लेकिन शनिवार को एक अनामिका शुक्ला कासगंज में पकड़ी गई। पकड़ी गई यह अनामिका फर्रुखाबाद के कायमगंज कस्बा के मोहल्ला नई बस्ती की निवासी है।
मैनपुरी पुलिस ने कहा, कासगंज से संपर्क नहीं : कासगंज पुलिस को इस अनामिका शुक्ला ने जानकारी दी कि वह इस्तीफा देने आई थी। मैनपुरी के किसी राज नाम के व्यक्ति ने पांच लाख रुपये लेकर उसे नौकरी दिलवाई थी। अब पुलिस के सामने इस राज नाम के व्यक्ति को तलाश करने की चुनौती आ गई है। मैनपुरी के सीओ सिटी अभयनरायन राय का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी तो है लेकिन कासगंज पुलिस की ओर से इस संबंध में कोई बात नहीं की गई है।
उधर बीएसएफ विजय प्रताप सिंह का कहना है कि उन्हें कोई निर्देश नहीं थे लेकिन फिर भी उन्होंने अपने स्तर से पड़ताल कराई तो इस तरह के नाम की कोई भी शिक्षिका मैनपुरी में तैनात नहीं है। अनामिका शुक्ला हसनपुर की निवासी है। इसकी जांच भी कराई गई लेकिन अनामिका के नाम की कोई महिला हसनपुर में रहती ही नहीं है।
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