वाराणसी: पांच शिक्षकों का बैंक खाता अन्य जनपदों में भी हुआ इस्तेमाल
अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में भी शिक्षकों की नियुक्तियों में ही बड़ी हेराफेरी पकड़ी गई है। अभिलेखों की जांच में प्रदेश में 192 मामले से ऐसे मिले हैं, जिसमें एक नाम और पैन नंबर की दो अलग-अलग एंट्री कई जिलों में दर्ज है, केवल खाता नंबर अलग है। इसमें वाराणसी जिले के भी पांच शिक्षक शामिल हैं।
शनिवार को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा ने ऐसे शिक्षकों की सूची बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजी है। इसके बाद से बीएसए ने इन शिक्षकों को तलब किया है। इस वक्त देशभर में बेसिक शिक्षकों के वेतन संबंधी अभिलेखों की जांच हो रही है। वित्त नियंत्रक बेसिक प्रयागराज ने मई माह के वेतन भुगतान की रिपोर्ट 21 जून को सौंपी थी। इसमें सामने आया है कि 192 प्रकरण ऐसे हैं, जिसमें एक ही नाम व पैन नंबर की दो अलग-अलग एंट्री विभिन्न जिलों की फाइलों में हैं, लेकिन उनका खाता नंबर अलग है।
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने इसे संदिग्ध व आपत्तिजनक करार दिया है। जिले में भी नियम के विरुद्ध पांच ऐसे शिक्षकों का मामला सामने आया है। इन शिक्षकों का नाम, पैन नंबर, खाता नंबर एवं जन्मतिथि अन्य जनपदों में भी सामान पाए गए हैं। इनकी लिस्ट शासन ने बीएसए को भेजी है। बीएसए ने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इन अध्यापकों के सभी प्रमाण पत्रों, आधार, पैन, बैंक पासबुक, जाति, निवास समेत 29 जून को बीएसए कार्यालय उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण दें।
इन शिक्षकों को हुई रिपोर्ट तलब
राकेश प्रसाद त्रिपाठी, प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय साईपुर, रामाश्रय यादव, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय खालिसपुर, विजय कुमार, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय हीरापुर गंजारी, महात्मा यादव, सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय मुरेरी, प्रवीण कुमार यादव, प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय पिलखीनी, रेखा सिंह, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय, इमिलिया।
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