फतेहपुर : अब बदले कलेवर की पुस्तकों के साथ पढ़ेंगे बच्चे, परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों की खेप आना जारी।
फतेहपुर :: कोरोना संक्रमण काल को लेकर भले ही विद्यालय बंद चल रहे हों लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली निशुल्क पाठय पुस्तकों की खेप जिले में आना लगातार जारी है। इस वर्ष बच्चों को बदले कलेवर में किताबें पढ़ने को मिलेंगी। विभाग ने इस सत्र से अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए भाषा की किताबें भी अंग्रेजी माध्यम की प्रदान की है। अंग्रेजी माध्यम के अलावा स्कूली बच्चों को अभी किताबों के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। कक्षा 1 से 8 तक के लिए अभी तक 80 प्रतिशत पुस्तकें प्राप्त हुई हैं। जूनियर स्तर पर भी अभी कई विषयों की किताबें आना शेष हैं। बंद चल रहे विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई तो उतनी गति नहीं पकड़ पा रही है लेकिन अभिभावकों को बुलाकर निशुल्क पुस्तकें वितरण किया जाना जारी है। विभाग के दावों के अनुसार ऑनलाइन पढ़ाई 15 जुलाई से भी शुरू हो जानी चाहिए लेकिन ऐसा कुछ ही विद्यालयों में देखने को मिल रहा है। सभी कक्षाओं की पूरी किताबे नही आने से बिन किताबों के ही बच्चे घरों में समय व्यतीत कर रहे है। प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाई जाने वाली भाषा की कलरव, गणित आदि विषयों के साथ कार्य पुस्तिका भी आ गई हैं। विभाग द्वारा सत्यापन का कार्य कराते हुए वितरण कराया जा रहा है।
इंग्लिश मीडियम के लिए अंग्रेजी में पुस्तकें :: बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न ब्लाकों में कई विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित कर रहा है। बीते सत्र तक अंग्रेजी माध्यम से संचालित स्कूलों में भी हिंदी माध्यम से ही पढ़ाई की जा रही थी। इस बार हिंदी को छोड़कर सभी विषयों की किताबें अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध कराई गई हैं। किताबों का कवर पृष्ठ भी आर्कषक रुप रंग में तैयार किया गया है। किताबों में पहले ही लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास किया गया है। भीतरी पृष्ठों में रंगीन चित्रों के साथ मुख्य रुप से पाठ में कठिन शब्दावली की व्याख्या, अतिरिक्त परीक्षापयोगी प्रश्नों को विस्तार से समझाया गया है।
लक्ष्य के सापेक्ष 80 प्रतिशत वितरण पूरा :: परिषदीय विद्यालयों में कुल पुस्तकों को लक्ष्य 2 लाख 67 हजार 300 का है। जिसके सापेक्ष अभी तक 80 प्रतिशत पुस्तके जिला मुख्यालय को प्राप्त हो चकी हैं। शेष पुस्तकें भी शीघ्र ही आने की उम्मीद जताई गई है। डीसी अखिलेश सिंह ने बताया कि जैसे जैसे पुस्तकें प्राप्त हो रही हैं, उनका सत्यापन कराकर ब्लाक मुख्यालय और फिर से विद्यालय स्तर पर पहुंचाई जा रही हैं। जहां विद्यालयों में ग्रुप में अभिभावकों को बुलाकर उनके पाल्यों को पुस्तकों को वितरण किया जा रहा है।
............................
फतेहपुर : स्कूल खुलेंगे तो हर बच्चे के हाथ होगी किताब, तैयारी शुरू।
फतेहपुर : स्कूल खुलेंगे तो हर बच्चे के हाथ होगी किताब, तैयारी शुरू।
फतेहपुर : सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में वितरित किए जाने वाली किताबों को लेकर शासन की संजीदगी काम आई । बीते सालों की तरह लेटलतीफी के बजाए समय से काम होने की तस्वीर सामने आ रही है। किताबों की पहली खेप आने के बाद वितरण की तैयारियों को बीएसए ने खाका बनाना शुरू कर दिया है। शासन की मंशा पर बेसिक शिक्षा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक, राजकीय, कस्तूरबा और मदरसों में कक्षा 8 तक में पढ़ने वाले बच्चों को निश्शुल्क किताबों का वितरण किया जाता है। इसके लिए चालू सत्र 2020-21 में 2 लाख 63 हजार 300 बच्चों को लाभान्वित किया जाना है। जिसमें विभाग को पहली खेप 1 लाख 33 हजार 219 किताबों की पहली खेप मिल चुकी है। वितरण की पुस्तकों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, उर्दू, कला के साथ वर्क बुक, टेक्स्ट बुक आदि शामिल हैं। सीएम ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को खेप आने के बाद निर्देशित किया है कि अब बराबर कविताओं की खेप आनी है। इसलिए ब्लाक संसाधन केंद्र के स्टोर को सुरक्षित करते हुए किताबों के रखवाने की व्यवस्था करें। साथ ही स्कूल खुलने के पहले दिन से ही वितरण कार्य सुनिश्चित कराएं।
बीएसए, शिवेंद्र प्रताप सिंह कोरोना के चलते किताबों की खेप आने में देरी हुई है, अन्यथा पहले ही आ चुकी होती। स्कूलों में बंदी चल रही है। जैसे ही स्कूल खुलेंगे पहले दिन से ही व्यापक पैमाने पर किताबों का वितरण कराया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है।
......
निशुल्क पाठ्य पुस्तकों की खेप आना शुरू।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को हर वर्ष निशुल्क दी जाने वाली पाठय पुस्तकों की खेप शासन द्वारा आना शुरू हो गई हैं। अभी तक कक्षा एक एवं तीन की कुछ विषयों की पुस्तकें जिले को प्राप्त हो चुकी हैं। बेसिक शिक्षा विभाग स्कूल खुलने के बाद संक्रमण काल में सारे एहतियातों के साथ बच्चों को पुस्तक वितरण करने का खाका खींचने लगा है।
आंकड़ों पर एक नजर
परिषदीय स्कूलों के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए निशुल्क पाठय पुस्तकों का वितरण किया जाता है। इस बार लॉक डाउन के कारण लम्बे समय से विद्यालय बंद चल रहे हैं। अभी भी 30 जून तक लॉक डाउन होने के कारण खुलने के आसार नहीं हैं। शिक्षा सत्र और लेट न होने को लेकर शासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बच्चों को दी जाने वाली निशुल्क पाठय पुस्तकों की खेप जिले में आना शुरू हो गई हैं। जिसमें कक्षा एक के लिए कलरव, कक्षा तीन के लिए कलरव, हमारा परिवेश एवं रैन बो पुस्तक पहुंच चुकी हैं। जिन्हे मुख्यालय में डम्प किया जा रहा है। विद्यालय खुलने पर ब्लाकवार पुस्तकें भेज कर वितरण कराया जाना है। एसएसए दीपक कुमार ने बताया कि किताबें आना शुरू हो गई हैं। इस बार समय से पुस्तको वितरण किया जाएगा।
वितरण
' बेसिक शिक्षा विभाग से विद्यालय खुलते ही पुस्तक वितरण की बनाई योजना
' 17 लाख 60 हजार 768 के सापेक्ष एक लाख 33 हजार 291
फतेहपुर :: कोरोना संक्रमण काल को लेकर भले ही विद्यालय बंद चल रहे हों लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली निशुल्क पाठय पुस्तकों की खेप जिले में आना लगातार जारी है। इस वर्ष बच्चों को बदले कलेवर में किताबें पढ़ने को मिलेंगी। विभाग ने इस सत्र से अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए भाषा की किताबें भी अंग्रेजी माध्यम की प्रदान की है। अंग्रेजी माध्यम के अलावा स्कूली बच्चों को अभी किताबों के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। कक्षा 1 से 8 तक के लिए अभी तक 80 प्रतिशत पुस्तकें प्राप्त हुई हैं। जूनियर स्तर पर भी अभी कई विषयों की किताबें आना शेष हैं। बंद चल रहे विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई तो उतनी गति नहीं पकड़ पा रही है लेकिन अभिभावकों को बुलाकर निशुल्क पुस्तकें वितरण किया जाना जारी है। विभाग के दावों के अनुसार ऑनलाइन पढ़ाई 15 जुलाई से भी शुरू हो जानी चाहिए लेकिन ऐसा कुछ ही विद्यालयों में देखने को मिल रहा है। सभी कक्षाओं की पूरी किताबे नही आने से बिन किताबों के ही बच्चे घरों में समय व्यतीत कर रहे है। प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाई जाने वाली भाषा की कलरव, गणित आदि विषयों के साथ कार्य पुस्तिका भी आ गई हैं। विभाग द्वारा सत्यापन का कार्य कराते हुए वितरण कराया जा रहा है।
इंग्लिश मीडियम के लिए अंग्रेजी में पुस्तकें :: बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न ब्लाकों में कई विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित कर रहा है। बीते सत्र तक अंग्रेजी माध्यम से संचालित स्कूलों में भी हिंदी माध्यम से ही पढ़ाई की जा रही थी। इस बार हिंदी को छोड़कर सभी विषयों की किताबें अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध कराई गई हैं। किताबों का कवर पृष्ठ भी आर्कषक रुप रंग में तैयार किया गया है। किताबों में पहले ही लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास किया गया है। भीतरी पृष्ठों में रंगीन चित्रों के साथ मुख्य रुप से पाठ में कठिन शब्दावली की व्याख्या, अतिरिक्त परीक्षापयोगी प्रश्नों को विस्तार से समझाया गया है।
लक्ष्य के सापेक्ष 80 प्रतिशत वितरण पूरा :: परिषदीय विद्यालयों में कुल पुस्तकों को लक्ष्य 2 लाख 67 हजार 300 का है। जिसके सापेक्ष अभी तक 80 प्रतिशत पुस्तके जिला मुख्यालय को प्राप्त हो चकी हैं। शेष पुस्तकें भी शीघ्र ही आने की उम्मीद जताई गई है। डीसी अखिलेश सिंह ने बताया कि जैसे जैसे पुस्तकें प्राप्त हो रही हैं, उनका सत्यापन कराकर ब्लाक मुख्यालय और फिर से विद्यालय स्तर पर पहुंचाई जा रही हैं। जहां विद्यालयों में ग्रुप में अभिभावकों को बुलाकर उनके पाल्यों को पुस्तकों को वितरण किया जा रहा है।
............................
फतेहपुर : स्कूल खुलेंगे तो हर बच्चे के हाथ होगी किताब, तैयारी शुरू।
फतेहपुर : स्कूल खुलेंगे तो हर बच्चे के हाथ होगी किताब, तैयारी शुरू।
फतेहपुर : सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में वितरित किए जाने वाली किताबों को लेकर शासन की संजीदगी काम आई । बीते सालों की तरह लेटलतीफी के बजाए समय से काम होने की तस्वीर सामने आ रही है। किताबों की पहली खेप आने के बाद वितरण की तैयारियों को बीएसए ने खाका बनाना शुरू कर दिया है। शासन की मंशा पर बेसिक शिक्षा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक, राजकीय, कस्तूरबा और मदरसों में कक्षा 8 तक में पढ़ने वाले बच्चों को निश्शुल्क किताबों का वितरण किया जाता है। इसके लिए चालू सत्र 2020-21 में 2 लाख 63 हजार 300 बच्चों को लाभान्वित किया जाना है। जिसमें विभाग को पहली खेप 1 लाख 33 हजार 219 किताबों की पहली खेप मिल चुकी है। वितरण की पुस्तकों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, उर्दू, कला के साथ वर्क बुक, टेक्स्ट बुक आदि शामिल हैं। सीएम ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को खेप आने के बाद निर्देशित किया है कि अब बराबर कविताओं की खेप आनी है। इसलिए ब्लाक संसाधन केंद्र के स्टोर को सुरक्षित करते हुए किताबों के रखवाने की व्यवस्था करें। साथ ही स्कूल खुलने के पहले दिन से ही वितरण कार्य सुनिश्चित कराएं।
बीएसए, शिवेंद्र प्रताप सिंह कोरोना के चलते किताबों की खेप आने में देरी हुई है, अन्यथा पहले ही आ चुकी होती। स्कूलों में बंदी चल रही है। जैसे ही स्कूल खुलेंगे पहले दिन से ही व्यापक पैमाने पर किताबों का वितरण कराया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है।
......
निशुल्क पाठ्य पुस्तकों की खेप आना शुरू।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को हर वर्ष निशुल्क दी जाने वाली पाठय पुस्तकों की खेप शासन द्वारा आना शुरू हो गई हैं। अभी तक कक्षा एक एवं तीन की कुछ विषयों की पुस्तकें जिले को प्राप्त हो चुकी हैं। बेसिक शिक्षा विभाग स्कूल खुलने के बाद संक्रमण काल में सारे एहतियातों के साथ बच्चों को पुस्तक वितरण करने का खाका खींचने लगा है।
आंकड़ों पर एक नजर
परिषदीय स्कूलों के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए निशुल्क पाठय पुस्तकों का वितरण किया जाता है। इस बार लॉक डाउन के कारण लम्बे समय से विद्यालय बंद चल रहे हैं। अभी भी 30 जून तक लॉक डाउन होने के कारण खुलने के आसार नहीं हैं। शिक्षा सत्र और लेट न होने को लेकर शासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बच्चों को दी जाने वाली निशुल्क पाठय पुस्तकों की खेप जिले में आना शुरू हो गई हैं। जिसमें कक्षा एक के लिए कलरव, कक्षा तीन के लिए कलरव, हमारा परिवेश एवं रैन बो पुस्तक पहुंच चुकी हैं। जिन्हे मुख्यालय में डम्प किया जा रहा है। विद्यालय खुलने पर ब्लाकवार पुस्तकें भेज कर वितरण कराया जाना है। एसएसए दीपक कुमार ने बताया कि किताबें आना शुरू हो गई हैं। इस बार समय से पुस्तको वितरण किया जाएगा।
वितरण
' बेसिक शिक्षा विभाग से विद्यालय खुलते ही पुस्तक वितरण की बनाई योजना
' 17 लाख 60 हजार 768 के सापेक्ष एक लाख 33 हजार 291
No comments:
Write comments