शिक्षक फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड पुष्पेन्द्र भी निकला फर्जी शिक्षक
सुशील कुमार कौशल के अभिलेखों से कर रहा था नौकरी
मैनपुरी । पूरे प्रदेश में चर्चित अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षका मामला। इस मामले में फर्जीवाड़ा करने वाला मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र भी फर्जी शिक्षक निकला है। जो कुरावली में तैनात शिक्षक सुशील कुमार कौशल के अभिलेखों से जनपद फर्रुखावाद में नौकरी कर रहा है। इसकी पुष्टि कुरावली के शिक्षक की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद हुई है।
सुशील कुमार कौशल ने शनिवार को बीएसए कार्यालय में उपस्थित होकर अपने सभी अभिलेख दिखाए। तब इस बात का खुलासा हो सका। बताते चलें कि जालसाज पुष्पेंद्र थाना भोगांव क्षेत्र के गांव नगला खरा का रहने वाला है। जिसने बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा कर सुशील कुमार कौशल के नाम से नौकरी हासिल की। वर्तमान में उसकी तैनाती जिला फर्रुखाबाद के उच्च प्राथमिक विद्यालय में हैं।
छह दिन पहले जब पुष्पेंद्र उर्फ राज एसटीएफ की हिरासत में आया तब उसने अपना नाम पुष्पेंद्र उर्फ सुशील कुमार कौशल बताया था। पुष्पेंद्र के सुशील कुमार कौशल नाम से नौकरी करने की जानकारी ने कुरावली विकास खंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात कानपुर निवासी सुशील कुमार कौशल की दिक्कतें बढ़ा दीं।
सुशील कुमार कौशल की जांच पिछले पांच दिनों से चल रही थी। इस दौरान न केवल विभागीय जांच की गई। बल्कि एसटीएफ ने भी सुशील कुमार कौशल से पूछताछ की। यहां तक कि बीएसए विजय प्रताप सिंह के निर्देश पर सुशील के सभी अभिलेखों की ऑनलाइन जांच कराई गई। यही नहीं एक टीम को फिरोजाबाद भेजा गया। जहां सुशील कुमार कौशल वर्तमान में अस्थायी रूप से निवास कर रहे हैं। दूसरी टीम को कानपुर भी भेजा गया। जहां सुशील का स्थायी पता है। सभी जगह सुशील कुमार कौशल के दस्तावेज सही होने की पुष्टि हुई।
शनिवार को सुशील कुमार कौशल अपने मूल अभिलेखों के साथ बीएसए कार्यालय में उपस्थित हुए। उनसे यहां बीएसए और उनकी टीम ने पूछताछ भी की। बीएसए ने बताया कि कुरावली में तैनात सुशील कुमार कौशल के अभिलेख सही पाए गए हैं। आरोपी ने इनके नाम से फर्जीवाड़ा कर जनपद फर्रुखावाद में नौकरी हासिल की है।
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