फतेहपुर : पहली बार सौ प्रतिशत बच्चों को मिलेगा एमडीएम, स्कूल के खाते से अभिभावकों के खाते में जाएगी भोजन की राशि।
फतेहपुर : पहली बार सौ प्रतिशत बच्चों को मिलेगा एमडीएम, स्कूल के खाते से अभिभावकों के खाते में जाएगी भोजन की राशि।
फतेहपुर। पहली बार शत प्रतिशत स्कूली बच्चों को मध्यान्ह भोजन योजना (एमडीएम) का लाभ मिलेगा। अभी तक योजना के तहत 60 से 65 प्रतिशत बच्चों को ही दोपहर में पकाया खाना खिलाने की व्यवस्था थी। मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण ने 25 मार्च से 30 जून तक 76 कार्यदिवसों का खाद्यान और भोजन की लागत राशि स्कूलों में पंजीकृत एक से आठ तक के बच्चों के अभिभावकों को देने की तैयारी की है। स्कूल पर 2,54,000 बच्चों के अभिभावकों के बैंक प्रपत्र एकत्र कराए गए हैं। भोजन लागत राशि भेजने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण से नौ करोड़ रुपये मांगे हैं।
स्कूलों से ब्यौरा तैयार कर बच्चों के लिए भोजन लागत राशि का मांगपत्र भेजने के निर्देश दिए गए हैं। डीसी एमडीएम आशीष दीक्षित ने बताया कि सभी स्कूलों के मध्यान्ह भोजन निधि के खाते में मांग के अनुरूप बजट भेजा जाएगा। प्रधानाध्यापक अभिभावकों के बैंक खाते के सामने भेजी जाने वाली धनराशि अंकित कर हस्ताक्षर व मुहर के साथ बैंक में जमा करेंगे। बैंक खाते में धनराशि भेजेगा।
स्कूलों में 60 से 65 प्रतिशत बच्चे ही होते थे लाभान्वित
स्कूल खाते से अभिभावक के खाते में जाएगी भोजन की राशि।
फतेहपुर : पहली बार सौ प्रतिशत बच्चों को मिलेगा एमडीएम, स्कूल के खाते से अभिभावकों के खाते में जाएगी भोजन की राशि।
फतेहपुर। पहली बार शत प्रतिशत स्कूली बच्चों को मध्यान्ह भोजन योजना (एमडीएम) का लाभ मिलेगा। अभी तक योजना के तहत 60 से 65 प्रतिशत बच्चों को ही दोपहर में पकाया खाना खिलाने की व्यवस्था थी। मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण ने 25 मार्च से 30 जून तक 76 कार्यदिवसों का खाद्यान और भोजन की लागत राशि स्कूलों में पंजीकृत एक से आठ तक के बच्चों के अभिभावकों को देने की तैयारी की है। स्कूल पर 2,54,000 बच्चों के अभिभावकों के बैंक प्रपत्र एकत्र कराए गए हैं। भोजन लागत राशि भेजने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण से नौ करोड़ रुपये मांगे हैं।
स्कूलों से ब्यौरा तैयार कर बच्चों के लिए भोजन लागत राशि का मांगपत्र भेजने के निर्देश दिए गए हैं। डीसी एमडीएम आशीष दीक्षित ने बताया कि सभी स्कूलों के मध्यान्ह भोजन निधि के खाते में मांग के अनुरूप बजट भेजा जाएगा। प्रधानाध्यापक अभिभावकों के बैंक खाते के सामने भेजी जाने वाली धनराशि अंकित कर हस्ताक्षर व मुहर के साथ बैंक में जमा करेंगे। बैंक खाते में धनराशि भेजेगा।
स्कूलों में 60 से 65 प्रतिशत बच्चे ही होते थे लाभान्वित
स्कूल खाते से अभिभावक के खाते में जाएगी भोजन की राशि।
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