ऑनलाइन शिक्षा आदर्श विकल्प नहीं - राज्यपाल
राज्य विवि के अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार में बोलीं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल
प्रयागराज। ऑनलाइन शिक्षा आदर्श विकल्प नहीं है, लेकिन इससे शिक्षा के स्वरूप को सकारात्मक दिशा दी जा सकती है। हमारे शिक्षक ऑनलाइन कोर्सेज चलाने एवं ऑनलाइन परीक्षा कराने के बारे में गंभीरता से सोचें और अपने सुझाव रखें, ताकि शिक्षण एवं परीक्षा प्रणाली की भविष्य की रूपरेखा प्रस्तुत की जा सके। यह बात राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विवि की ओर से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय दो दिवसीय वेबिनार के उद्घाटन पर बतौर मुख्य अतिथि कही।
राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 के कारण जनजीवन व आजीविका को पहुंचने वाली चोट, इस सदी की सबसे बड़ी चोट है। ऐसे समय में विश्वविद्यालयों को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। कहा कि हम सभी धीरे-धीरे इस संकट से बाहर आ रहे हैं। 'जान भी है और जहान भी' को ध्यान में रखते हुए व्यापक कार्ययोजना बनानी चाहिए कि परीक्षाओं को पुनः कैसे शुरू किया जाए, सत्र भी बिगड़ने न पाए और विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के स्वास्थ्य को भी कोई खतरा न हो।
इससे पूर्व राविवि की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि अपने अकादमिक दायित्वों के क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा आगामी सत्र से 12 परास्नातक पाठ्यक्रमों का संचालन जाएगा और कई रोजगारपरक पाठ्यक्रम जैसे, फैशन टेक्नोलॉजी, एंटरप्रेन्योरशिप, आहार विज्ञान, योग पाठ्यक्रम, गांधी अध्ययन केन्द्र का भी संचालन किया जाएगा। कार्यक्रम में लखनऊ विवि के कुलपति प्रो. आलोकराय, कानपुर विवि की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, बुंदेलखंड विवि के कुलपति प्रो. जेवी वैश, गुजरात केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. आरएस दुबे, इविवि के प्रो. मनमोहन कृष्ण, प्रो. कृष्ण कुमार, डॉ. वत्सला मिश्रा, सिंगापुर से डॉ. शालिनी चंद्र, अमेरिका से डॉ. विश्वनाथ, डॉ. शैलजा, डॉ. अनुराग ने शिरीष आदि शामिल रहे।
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