फतेहपुर : मानव सम्पदा पोर्टल पर बिना फीडिंग के नहीं मिल सकेगी पगार, ऑनलाइन फीडिंग के लिए शासन ने 15 जुलाई तक तय की तारीख।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का ऑनलाइन ब्योरा तैयार करने का शासन से आदेश मिलने के बाद भी तीन माह में यह काम पूरा नहीं हो सका है। शासन ने साफ कर दिया है कि जब तक मानव संपदा में फीडिंग पूरी नहीं हो पाएगी तब तक पगार नहीं मिल जाएगी। ऑनलाइन फीडिंग के लिए निदेशक ने 15 जुलाई तक की मियाद तय कर रखी है। बेसिक शिक्षा विभाग में 9234 शिक्षक शिक्षिकाएं और 167 शिक्षणेत्तर कर्मचारी तैनात हैं। इन सरकारी कर्मचारियों का संपूर्ण ब्योरा ऑनलाइन किया जाना है। फीडिंग के मामले में जिला शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की फीडिंग में टॉपटेन में शामिल है। वहीं 2945 शिक्षामित्रों की ऑनलाइन फीडिंग में यह टॉप 50 में पहुंच जाता है। कमोबेश यही स्थिति अन्य जिलों की भी है। शिक्षामित्रों की ऑनलाइन फीडिंग सुस्त है जिसका खामियाजा पगार पर पड़ रहा है। पहली जुलाई को हर सरकारी मुलाजिम को वेतन आरटीजीएस के माध्यम से खाते में मिल जाता रहा है लेकिन अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है। इससे फीडिंग का काम करने वाले शिक्षक शिक्षकों परेशान हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस समय में जिले से काम पूरा कराया जाएगा। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह ब्लॉक स्तर पर मॉनीटरिंग करें और काम पूरा कराएं।
ऑनलाइन लोडिंग के लिए शासन ने 15 जुलाई तक तब की तारीख, शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का ऑनलाइन वार हो रहा ब्यौरा
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का ऑनलाइन ब्योरा तैयार करने का शासन से आदेश मिलने के बाद भी तीन माह में यह काम पूरा नहीं हो सका है। शासन ने साफ कर दिया है कि जब तक मानव संपदा में फीडिंग पूरी नहीं हो पाएगी तब तक पगार नहीं मिल जाएगी। ऑनलाइन फीडिंग के लिए निदेशक ने 15 जुलाई तक की मियाद तय कर रखी है। बेसिक शिक्षा विभाग में 9234 शिक्षक शिक्षिकाएं और 167 शिक्षणेत्तर कर्मचारी तैनात हैं। इन सरकारी कर्मचारियों का संपूर्ण ब्योरा ऑनलाइन किया जाना है। फीडिंग के मामले में जिला शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की फीडिंग में टॉपटेन में शामिल है। वहीं 2945 शिक्षामित्रों की ऑनलाइन फीडिंग में यह टॉप 50 में पहुंच जाता है। कमोबेश यही स्थिति अन्य जिलों की भी है। शिक्षामित्रों की ऑनलाइन फीडिंग सुस्त है जिसका खामियाजा पगार पर पड़ रहा है। पहली जुलाई को हर सरकारी मुलाजिम को वेतन आरटीजीएस के माध्यम से खाते में मिल जाता रहा है लेकिन अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है। इससे फीडिंग का काम करने वाले शिक्षक शिक्षकों परेशान हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस समय में जिले से काम पूरा कराया जाएगा। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह ब्लॉक स्तर पर मॉनीटरिंग करें और काम पूरा कराएं।
ऑनलाइन लोडिंग के लिए शासन ने 15 जुलाई तक तब की तारीख, शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का ऑनलाइन वार हो रहा ब्यौरा
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