फतेहपुर : बीत गया पिछला सत्र, अंग्रेजी स्कूलों को नहीं मिले शिक्षक, बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों को नहीं आवंटित कर सका स्कूल, कागजों में अंग्रेजी माध्यम, हकीकत में हिंदी माध्यम में होती रही पढ़ाई।
फतेहपुर : पिछला शैक्षिक सत्र बीतने के बाद अब नवीन सत्र भी शुरू हो गया लेकिन जिले का बेसिक शिक्षा विभाग पिछले वर्ष घोषित किए गए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को शिक्षक मुहैया नहीं करा सका।
शासन की मंशा के मुताबिक जिले के 75 प्राथमिक एवं 19 उच्च प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का दर्जा प्रदान कर शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई थी।पहले सत्र की सफलता को देशासन की मंशा मुताबिक जिले से कुल 94 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित करने का फैसला किया गया।
पांच सौ से अधिक शिक्षकों ने इन स्कूलों में पदस्थापित होने के लिए आवेदन किए थे। विभाग अगस्त माह तक आवेदन करने वाले शिक्षकों की लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार ही करा सका था।
कागज में अंग्रेजी जमीन में हिन्दी :: पहले सत्र में 65 प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बदला था तो वहीं पिछले सत्र में 19 उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल करते हुए कुल 94 स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम का दर्जा दिया था। इन स्कूलों में हिन्दी माध्यम से ही पढ़ाई होती रही। सूत्र बताते हैं कि पिछले सत्र में जब शिक्षकों के म्युचुअल ट्रांसफर किए गए थे कुछ ऐसे शिक्षकों को भी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में भेज दिया गया जो अंग्रेजी स्कूलों में पदस्थापित होने की अर्हता नहीं रखते हैं।
फतेहपुर : पिछला शैक्षिक सत्र बीतने के बाद अब नवीन सत्र भी शुरू हो गया लेकिन जिले का बेसिक शिक्षा विभाग पिछले वर्ष घोषित किए गए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को शिक्षक मुहैया नहीं करा सका।
शासन की मंशा के मुताबिक जिले के 75 प्राथमिक एवं 19 उच्च प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का दर्जा प्रदान कर शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई थी।पहले सत्र की सफलता को देशासन की मंशा मुताबिक जिले से कुल 94 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित करने का फैसला किया गया।
पांच सौ से अधिक शिक्षकों ने इन स्कूलों में पदस्थापित होने के लिए आवेदन किए थे। विभाग अगस्त माह तक आवेदन करने वाले शिक्षकों की लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार ही करा सका था।
कागज में अंग्रेजी जमीन में हिन्दी :: पहले सत्र में 65 प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बदला था तो वहीं पिछले सत्र में 19 उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल करते हुए कुल 94 स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम का दर्जा दिया था। इन स्कूलों में हिन्दी माध्यम से ही पढ़ाई होती रही। सूत्र बताते हैं कि पिछले सत्र में जब शिक्षकों के म्युचुअल ट्रांसफर किए गए थे कुछ ऐसे शिक्षकों को भी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में भेज दिया गया जो अंग्रेजी स्कूलों में पदस्थापित होने की अर्हता नहीं रखते हैं।
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