पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा में कोविड प्रोटोकॉल का रखा जाएगा ध्यान, अधिक टेंप्रेचर वाले अभ्यर्थियों के लिए होगी अलग व्यवस्था।
लखनऊ : कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल से टल रही पॉलीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त के बीच 12 और 15 सितंबर को कराई जाएगी। करीब पौने चार लाख विद्यार्थियों के लिए राजधानी समेत प्रदेश के सभी जिलों में परीक्षा होगी। परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए सभी अभ्यर्थियों से मास्क लगाने और सैनिटाइजर की छोटी बॉटल साथ में लेकर आने की गुजारिश की गई है। सभी केंद्रों पर भी इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं सभी परीक्षार्थियों का थर्मल स्कैनर से तापमान चेक किया जाएगा। 100 से ऊपर के अभ्यर्थियों को अगल कमरे में बैठाया जाएगा। शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन किया जाएगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद केे सचिव एसके वैश्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए सभी सरकारी मानकों का पालन कराया जाएगा। अधिक टेंप्रेचर होने पर अभ्यर्थियों को अलग कमरे में बैठाने की व्यवस्था होगी।
परीक्षा के एक सप्ताह पहले से डाउन लोड होंगे प्रवेश पत्र
प्रवेश परीक्षा तिथि से एक सप्ताह पहले संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की वेबसाइट jeecup.nic.in से प्रवेश पत्र डाउन लोड किया जा सकेगा। अभ्यर्थी अपने कोड के साथ प्रवेश पत्र डाउन लोड कर सकते हैं। प्रदेश में 142 राजकीय, 18 सहायता प्राप्त समेत 633 निजी पॉलीटेक्निक में करीब पौने दो लाख सीटों पर प्रवेश होगा।
इंजीनियरिंग और फार्मेसी होगी (ऑफलाइन)
12 सितंबर-इंजीनियरिंग ए ग्रुप - सुबह 9 से 12 फार्मेसी ई ग्रुप - दोपहर 2:30 से 5:30
अन्य ग्रुप और लेटरल एंट्री (ऑनलाइन)
15 सितंबर-अन्य ग्रुप (बी,सी, डी, एफ,जी, एच, आई)- सुबह 9 से 12 लेटरल एंट्री के ग्रुप (1 से 8 तक) - दोपहर 2:30 से 5:30
पॉलीटेक्निक शिक्षकों को वेतन के लाले
कोरोना संकट के चलते पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा नहीं हो सकी। इसी वजह से फीस भी जमा नहीं हुई। फीस से ही सहायता प्राप्त पॉलीटेक्निक संस्थानों के शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन निकलता है। अप्रैल में प्रवेश परीक्षा के साथ ही 20 जून से काउंसिलिंग केे साथ फीस जमा होनी शुरू हो जाती है। कोरोना संक्रमण के चलते प्रवेश परीक्षा सितंबर में होगी। अक्टूबर से काउंसिलिंग के साथ फीस जमा होगी। ऐसे में राजधानी की लखनऊ पॉलीटेक्निक और हीवेट पॉलीटेक्निक समेत प्रदेश की 18 पॉलीटेक्निक संस्थानों वेतन का संकट हो गया है। दो महीने से विद्यालय के दूसरे बजट से वेतन की व्यवस्था की गई, लेकिन अगस्त से संस्थानों के पास कोई बजट नहीं बचा है। ऐसे में उनके सामने वेतन का संकट खड़ा हो गया है। संस्थानों की अोर से निदेशक प्राविधिक शिक्षा मनोज कुमार से बजट की व्यवस्था कराने की मांग की गई है। संस्थानों की ओर से अनुदान की मांग की गई है।
........
अपने जनपद में पॉलीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा दे सकेंगे छात्र।
लखनऊ : कोरोना संक्रमण को देखते हुए छात्र अब अपने ही जिले में पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा दे सकेंगे। पहले जो परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए थे, उन्हें निरस्त कर दिया गया है। पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के लिए 12 और 15 सितंबर पंजीकरण कराया है।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए 3,90,894 छात्रों ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके वैश्य ने बताया कि छात्रों को अब अपने जिले में ही प्रवेश परीक्षा देने की सुविधा दी जा रही है ताकि उन्हें दूरस्थ जगहों पर न भटकना पड़े। प्रवेश परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया में राजकीय और सहायता प्राप्त पॉलिटेक्निक संस्थानों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रदेश में 150 राजकीय और 19 अनुदानित पॉलीटेक्निक संस्थान हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए इन केंद्रों पर काफी संख्या में छात्र प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर गठित कमेटी परीक्षा केंद्रों और छात्रों की संख्या की समीक्षा कर रही है। यदि किसी जिले में छात्र ज्यादा होंगे तो दूसरे निजी कॉलेजों में परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए निजी कॉलेजों से भी अनुमति पत्र मांगा जा रहा है। जिन पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन परीक्षा होगी, उनके लिए कंप्यूटर सेंटरों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। परीक्षा केंद्र निर्धारित होते ही एडमिट कार्ड ऑनलाइन अपलोड कर दिए जाएंगे।
लखनऊ : कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल से टल रही पॉलीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त के बीच 12 और 15 सितंबर को कराई जाएगी। करीब पौने चार लाख विद्यार्थियों के लिए राजधानी समेत प्रदेश के सभी जिलों में परीक्षा होगी। परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए सभी अभ्यर्थियों से मास्क लगाने और सैनिटाइजर की छोटी बॉटल साथ में लेकर आने की गुजारिश की गई है। सभी केंद्रों पर भी इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं सभी परीक्षार्थियों का थर्मल स्कैनर से तापमान चेक किया जाएगा। 100 से ऊपर के अभ्यर्थियों को अगल कमरे में बैठाया जाएगा। शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन किया जाएगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद केे सचिव एसके वैश्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए सभी सरकारी मानकों का पालन कराया जाएगा। अधिक टेंप्रेचर होने पर अभ्यर्थियों को अलग कमरे में बैठाने की व्यवस्था होगी।
परीक्षा के एक सप्ताह पहले से डाउन लोड होंगे प्रवेश पत्र
प्रवेश परीक्षा तिथि से एक सप्ताह पहले संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की वेबसाइट jeecup.nic.in से प्रवेश पत्र डाउन लोड किया जा सकेगा। अभ्यर्थी अपने कोड के साथ प्रवेश पत्र डाउन लोड कर सकते हैं। प्रदेश में 142 राजकीय, 18 सहायता प्राप्त समेत 633 निजी पॉलीटेक्निक में करीब पौने दो लाख सीटों पर प्रवेश होगा।
इंजीनियरिंग और फार्मेसी होगी (ऑफलाइन)
12 सितंबर-इंजीनियरिंग ए ग्रुप - सुबह 9 से 12 फार्मेसी ई ग्रुप - दोपहर 2:30 से 5:30
अन्य ग्रुप और लेटरल एंट्री (ऑनलाइन)
15 सितंबर-अन्य ग्रुप (बी,सी, डी, एफ,जी, एच, आई)- सुबह 9 से 12 लेटरल एंट्री के ग्रुप (1 से 8 तक) - दोपहर 2:30 से 5:30
पॉलीटेक्निक शिक्षकों को वेतन के लाले
कोरोना संकट के चलते पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा नहीं हो सकी। इसी वजह से फीस भी जमा नहीं हुई। फीस से ही सहायता प्राप्त पॉलीटेक्निक संस्थानों के शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन निकलता है। अप्रैल में प्रवेश परीक्षा के साथ ही 20 जून से काउंसिलिंग केे साथ फीस जमा होनी शुरू हो जाती है। कोरोना संक्रमण के चलते प्रवेश परीक्षा सितंबर में होगी। अक्टूबर से काउंसिलिंग के साथ फीस जमा होगी। ऐसे में राजधानी की लखनऊ पॉलीटेक्निक और हीवेट पॉलीटेक्निक समेत प्रदेश की 18 पॉलीटेक्निक संस्थानों वेतन का संकट हो गया है। दो महीने से विद्यालय के दूसरे बजट से वेतन की व्यवस्था की गई, लेकिन अगस्त से संस्थानों के पास कोई बजट नहीं बचा है। ऐसे में उनके सामने वेतन का संकट खड़ा हो गया है। संस्थानों की अोर से निदेशक प्राविधिक शिक्षा मनोज कुमार से बजट की व्यवस्था कराने की मांग की गई है। संस्थानों की ओर से अनुदान की मांग की गई है।
........
अपने जनपद में पॉलीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा दे सकेंगे छात्र।
लखनऊ : कोरोना संक्रमण को देखते हुए छात्र अब अपने ही जिले में पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा दे सकेंगे। पहले जो परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए थे, उन्हें निरस्त कर दिया गया है। पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के लिए 12 और 15 सितंबर पंजीकरण कराया है।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए 3,90,894 छात्रों ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके वैश्य ने बताया कि छात्रों को अब अपने जिले में ही प्रवेश परीक्षा देने की सुविधा दी जा रही है ताकि उन्हें दूरस्थ जगहों पर न भटकना पड़े। प्रवेश परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया में राजकीय और सहायता प्राप्त पॉलिटेक्निक संस्थानों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रदेश में 150 राजकीय और 19 अनुदानित पॉलीटेक्निक संस्थान हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए इन केंद्रों पर काफी संख्या में छात्र प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर गठित कमेटी परीक्षा केंद्रों और छात्रों की संख्या की समीक्षा कर रही है। यदि किसी जिले में छात्र ज्यादा होंगे तो दूसरे निजी कॉलेजों में परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए निजी कॉलेजों से भी अनुमति पत्र मांगा जा रहा है। जिन पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन परीक्षा होगी, उनके लिए कंप्यूटर सेंटरों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। परीक्षा केंद्र निर्धारित होते ही एडमिट कार्ड ऑनलाइन अपलोड कर दिए जाएंगे।
No comments:
Write comments