फतेहपुर : वर्षा जल संचयन भी सिखाएंगे परिषदीय विद्यालय, रेन वाटर हार्वेस्टिंग से विद्यालय भवनों की छतों का पानी भूगर्भ में होगा संरक्षित।
फतेहपुर : परिषदीय स्कूलों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग (वर्षा के पानी को भूगर्भ में संरक्षित किया जाएगा ) योजना का मॉडल बनाने की तैयारी है। शासन ने बीएसएफ को निर्देशित किया है कि परिषदीय विद्यालयों की छतों पर एकत्र होने वाले बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग बनाया जाए। इसमें खर्च होने वाले धन का भी प्रबंध किया जाएगा। गिरते भूगर्भ जल स्तर को लेकर संरक्षण पर काम हो रहे हैं। सरकारी इमारतों में पहले से ही जल संरक्षण को लेकर काम हुए हैं। परिषदीय स्कूलों में अभी तक यह काम नहीं हुआ है। शासन ने परिषदीय विद्यालयों को जल संरक्षण से जोड़ा है। बेसिक शिक्षा विभाग ऐसा है जिसमें सबसे ज्यादा वन हैं। ढाई हजार से ऊपर सरकारी भवनों में जल संरक्षण का काम होगा तो जल स्तर भी बढ़ेगा।
नई सरकारी इमारतों में है अनिवार्य :: शासन अब जो भी सरकारी इमारतें बनाता है उसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य कर दी गई है। बनाई जाने वाली सरकारी इमारतों के नक्शे में वाटर हार्वेस्टिंग का काम दर्ज होता है। नगर पालिका के निर्माण विभाग के अभियंता अमित कुमार जायसवाल कहते हैं कि बीते पांच सालों से इस अनिवार्यता पर काम हो रहा है। बिना वाटर हार्वेस्टिंग के डिजाइन ही पास नहीं होती है। मरम्मत का कार्य भी होगा :: 54 परिषदीय विद्यालयों में पहले से बने रेन वाटर हार्वेस्टिंग बदहाल स्थिति में हैं उनकी मरम्मत की जाएगी।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग का काम कुछ विद्यालयों में अभी तक हुआ है। शासन के निर्देश पर दिन रेन वाटर हार्वेस्टिंग वाले विद्यालयों की सूची बनाई जा रही है। करीब ढाई हजार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए
फतेहपुर : परिषदीय स्कूलों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग (वर्षा के पानी को भूगर्भ में संरक्षित किया जाएगा ) योजना का मॉडल बनाने की तैयारी है। शासन ने बीएसएफ को निर्देशित किया है कि परिषदीय विद्यालयों की छतों पर एकत्र होने वाले बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग बनाया जाए। इसमें खर्च होने वाले धन का भी प्रबंध किया जाएगा। गिरते भूगर्भ जल स्तर को लेकर संरक्षण पर काम हो रहे हैं। सरकारी इमारतों में पहले से ही जल संरक्षण को लेकर काम हुए हैं। परिषदीय स्कूलों में अभी तक यह काम नहीं हुआ है। शासन ने परिषदीय विद्यालयों को जल संरक्षण से जोड़ा है। बेसिक शिक्षा विभाग ऐसा है जिसमें सबसे ज्यादा वन हैं। ढाई हजार से ऊपर सरकारी भवनों में जल संरक्षण का काम होगा तो जल स्तर भी बढ़ेगा।
नई सरकारी इमारतों में है अनिवार्य :: शासन अब जो भी सरकारी इमारतें बनाता है उसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य कर दी गई है। बनाई जाने वाली सरकारी इमारतों के नक्शे में वाटर हार्वेस्टिंग का काम दर्ज होता है। नगर पालिका के निर्माण विभाग के अभियंता अमित कुमार जायसवाल कहते हैं कि बीते पांच सालों से इस अनिवार्यता पर काम हो रहा है। बिना वाटर हार्वेस्टिंग के डिजाइन ही पास नहीं होती है। मरम्मत का कार्य भी होगा :: 54 परिषदीय विद्यालयों में पहले से बने रेन वाटर हार्वेस्टिंग बदहाल स्थिति में हैं उनकी मरम्मत की जाएगी।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग का काम कुछ विद्यालयों में अभी तक हुआ है। शासन के निर्देश पर दिन रेन वाटर हार्वेस्टिंग वाले विद्यालयों की सूची बनाई जा रही है। करीब ढाई हजार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए
No comments:
Write comments