फतेहपुर : कहानी ऑडियो के लिए जिले की राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका का हुआ चयन।
फतेहपुर :: बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षित छात्र-छात्राओं के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद लखनऊ द्वारा पाठ्य पुस्तक को रुचिपूर्ण ढंग से बनाने का कार्य दीक्षा ऐप द्वारा किया जा रहा है। जिसके तहत कक्षा छह से आठ तक की पाठ्य पुस्तकों के पाठों का ऑडियो क्लिप बनाने के लिए शिक्षक शिक्षिकाओं से प्रस्ताव मांगे गए थे। राज्य स्तर पर उसे कुल 27 शिक्षकों को चयन किया गया। जिसमें जिले की राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक आसिया फारुकी के नाम का भी चयन किया गया है। नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अस्ती की प्रधानाध्यापक आसिया फारुकी ने बताया कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद लखनऊ द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों पर पुस्तक के पाठों को क्यूआर कोड से स्कैन करने पर पाठ का ऑडियो और वीडियो बच्चों को आकर्षित करते हैं। जिससे उनकी समझ भी विकसित होती हैं। इस कार्य में प्रदेश के 27 शिक्षकों में हमारा भी चयन हुआ है। हालांकि राज्य स्तर पर कहानी प्रतियोगिता भी जीत चुके हैं। बताया कि इससे पहले भी कक्षा 6, 7, 8 कक्षा की कहानियों को उनकी आवाज़ में डाला जा चुका है। ये कार्य कई वर्षों से हो रहा है। पुनः उनको कक्षा 1 से 5 तक की कहानियों को आवाज़ देने के लिए जिम्मेदारी दी गई है, यह पूरे जिले के लिए गर्व की बात है।
दी जिम्मेदारी : पूरे प्रदेश में 27 शिक्षकों को इस कार्यक्रम के लिए किया गया है चयन, परिषदीय स्कूलों की पाठ्य पुस्तकों के आधार पर बनने हैं ऑडियो
फतेहपुर :: बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षित छात्र-छात्राओं के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद लखनऊ द्वारा पाठ्य पुस्तक को रुचिपूर्ण ढंग से बनाने का कार्य दीक्षा ऐप द्वारा किया जा रहा है। जिसके तहत कक्षा छह से आठ तक की पाठ्य पुस्तकों के पाठों का ऑडियो क्लिप बनाने के लिए शिक्षक शिक्षिकाओं से प्रस्ताव मांगे गए थे। राज्य स्तर पर उसे कुल 27 शिक्षकों को चयन किया गया। जिसमें जिले की राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक आसिया फारुकी के नाम का भी चयन किया गया है। नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अस्ती की प्रधानाध्यापक आसिया फारुकी ने बताया कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद लखनऊ द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों पर पुस्तक के पाठों को क्यूआर कोड से स्कैन करने पर पाठ का ऑडियो और वीडियो बच्चों को आकर्षित करते हैं। जिससे उनकी समझ भी विकसित होती हैं। इस कार्य में प्रदेश के 27 शिक्षकों में हमारा भी चयन हुआ है। हालांकि राज्य स्तर पर कहानी प्रतियोगिता भी जीत चुके हैं। बताया कि इससे पहले भी कक्षा 6, 7, 8 कक्षा की कहानियों को उनकी आवाज़ में डाला जा चुका है। ये कार्य कई वर्षों से हो रहा है। पुनः उनको कक्षा 1 से 5 तक की कहानियों को आवाज़ देने के लिए जिम्मेदारी दी गई है, यह पूरे जिले के लिए गर्व की बात है।
दी जिम्मेदारी : पूरे प्रदेश में 27 शिक्षकों को इस कार्यक्रम के लिए किया गया है चयन, परिषदीय स्कूलों की पाठ्य पुस्तकों के आधार पर बनने हैं ऑडियो
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