फतेहपुर : निशक्त शिक्षकों का दोबारा परीक्षण, तीन सौ शिक्षक ले रहे निशक्त भत्ता।
फतेहपुर : निःशक्त भत्ता लेने वाले शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शासन ने निशक्तता के पुनः परीक्षण के लिए आदेश जारी किया है। आदेश की जानकारी होते ही शिक्षकों में हड़कंप मचा है। जिले में कार्यरत करीब नौ हजार शिक्षकों में 300 शिक्षक निःशक्त भत्ता ले रहे हैं। भत्ता लेने वालों में कई शिक्षक नेता शामिल हैं। जिले में कुल 2650 परिषदीय स्कूलों में करीब नौ हजार शिक्षक कार्यरत हैं। परिषदीय शिक्षकों में निशक्त भत्ता लेने की होड़ है। वर्तमान समय में करीब 300 शिक्षक निशक्त भत्ता ले रहे हैं। यह भत्ता लेने वाले शिक्षकों में कई शिक्षक नेता शामिल हैं। इस दायरे में प्राथमिक शिक्षक संघ के कई ब्लाक स्तरीय पदाधिकारी, एक अन्य शिक्षक संगठन के दो जिला स्तरीय पदाधिकारी भी शामिल हैं। भत्ता लेने वालों में बहुतायत कान के बहरेपन के निशक्त हैं।
कई शरीर के अन्य अंगों में चोट का निशान होने पर निशक्तता का प्रमाणपत्र जारी कराकर भत्ता उठा रहे हैं। इस फर्जीवाड़े की विभागीय अधिकारियों को जानकारी है, लेकिन वह जानते हुई भी अनजान बने हुए हैं। बीईओ मुख्यालय राकेश सचान बताया कि शासन से निशक्तता के दोबारा परीक्षण के लिए पत्र आया है। सभी बीईओ से ब्लाक क्षेत्र के निशक्तों की सूची मांगी गई है।
फतेहपुर : निःशक्त भत्ता लेने वाले शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शासन ने निशक्तता के पुनः परीक्षण के लिए आदेश जारी किया है। आदेश की जानकारी होते ही शिक्षकों में हड़कंप मचा है। जिले में कार्यरत करीब नौ हजार शिक्षकों में 300 शिक्षक निःशक्त भत्ता ले रहे हैं। भत्ता लेने वालों में कई शिक्षक नेता शामिल हैं। जिले में कुल 2650 परिषदीय स्कूलों में करीब नौ हजार शिक्षक कार्यरत हैं। परिषदीय शिक्षकों में निशक्त भत्ता लेने की होड़ है। वर्तमान समय में करीब 300 शिक्षक निशक्त भत्ता ले रहे हैं। यह भत्ता लेने वाले शिक्षकों में कई शिक्षक नेता शामिल हैं। इस दायरे में प्राथमिक शिक्षक संघ के कई ब्लाक स्तरीय पदाधिकारी, एक अन्य शिक्षक संगठन के दो जिला स्तरीय पदाधिकारी भी शामिल हैं। भत्ता लेने वालों में बहुतायत कान के बहरेपन के निशक्त हैं।
कई शरीर के अन्य अंगों में चोट का निशान होने पर निशक्तता का प्रमाणपत्र जारी कराकर भत्ता उठा रहे हैं। इस फर्जीवाड़े की विभागीय अधिकारियों को जानकारी है, लेकिन वह जानते हुई भी अनजान बने हुए हैं। बीईओ मुख्यालय राकेश सचान बताया कि शासन से निशक्तता के दोबारा परीक्षण के लिए पत्र आया है। सभी बीईओ से ब्लाक क्षेत्र के निशक्तों की सूची मांगी गई है।
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