कोरोना प्रभाव : नवंबर में नहीं होगी राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा, अगले साल जनवरी के बाद परीक्षा होने की संभावना
प्रयागराज। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने हर साल नवंबर में होने वाली एनटीएसई (राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा) की तिथि आगे बढ़ाने का फैसला किया है। एनसीईआरटी की ओर से 31 जुलाई तक परीक्षा के लिए आवेदन लिए जाते थे। नवंबर के दूसरे सप्ताह में प्रारंभिक परीक्षा होती थी। लेकिन अब परीक्षा वर्ष 2021 जनवरी के बाद होने की संभावना है।
मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए एनसीईआरटी राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन करता है। परीक्षा में केवल दसवीं कक्षा के छात्र-छात्राएं शामिल होते हैं। दो चरणों में परीक्षा का आयोजन किया जाता है। प्रथम चरण में एससीईआरटी द्वारा परीक्षा कराई जाती है। उत्तर प्रदेश में इस परीक्षा का आयोजन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से किया जाता है।
पहले चरण की परीक्षा में सफल छात्र-छात्राएं दूसरे चरण की परीक्षा में शामिल होते हैं। जो विद्यार्थी द्वितीय चरण में चयनित होते है, उन्हें एनसीईआरटी की ओर से 11वीं से पीएचडी तक छात्रवृत्ति दी जाती है। छात्रवृत्ति में 11वीं से 12वीं तक हर महीने 1250 रुपये मिलते हैं। स्नातक स्तर पर यूजीसी नियम के अनुसार छात्रवृत्ति मिलती है। नहीं हो सकी दूसरे चरण की परीक्षा
एनसीईआरटी की ओर से अभी तक 2018-19 सत्र के दूसरे चरण की परीक्षा नहीं पूरी की जा सकी हैं। प्रथम चरण के रिजल्ट के बाद दूसरे चरण की परीक्षा 19 जून को होनी थी, लेकिन इससे पहले मार्च में कोविड-19 का प्रकोप बढ़ने से इसे स्थगित करना पड़ा। दूसरे चरण की परीक्षा के बाद एनटीएसई में देश भर से दो हजार विद्यार्थियों का चयन किया जाता है। पहले चरण में मेधावियों का चयन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से होने वाली परीक्षा के माध्यम से किया जाता है।
मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा में भी देरी
इस बार राष्ट्रीय आय सह मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा भी नवंबर में नहीं हो सकेगी। एनसीईआरटी की ओर से एससीईआरटी के माध्यम से आयोजित इस परीक्षा में आठवीं के छात्र शामिल होते हैं। चयनित छात्र को एनसीईआरटी की ओर से नौवीं से बारहवीं तक सालाना 12 हजार रुपये छात्रवृत्ति मिलती है। यह छात्रवृत्ति सरकारी स्कूल के छात्रों को ही मिलती है।
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