फतेहपुर : अरविंदो सोसाइटी जिले में बनाएगी 20 रोल मॉडल स्कूल।
फतेहपुर : जिले 2650 परिषदीय स्कूलों में से 20 को नामचीन बनाकर बेसिक शिक्षा के क्षितिज में चमकाया जाएगा। निजी तौर पर काम करने वाली संस्था के सहयोग से चयनित स्कूल में इनोवेटिव (नवाचारी) पाठशाला भी लगाई जाएगी। इसके साथ हीस्कूल की बेहतरी के लिए किए गए प्रयासों की प्रदर्शनी जिले व मंडल स्तर पर लगेगी।
बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने जिले के 20 परिषदीय स्कूलों को रोल मॉडल के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है। संस्था अरविदों सोसाइटी के साथ विभाग ने हाथ मिलाया है। इनोवेटिव प्रोग्राम के तहत चयनित विद्यालयों को चमकाया जाएगा। खासबात यह है कि इस मिशन में विभाग को अनुमति के सिवा कुछ भी नहीं देना होगा। सारे खर्च संस्था करेगी। खुद के शोधपरक कार्यक्रमों का पढ़ाई में प्रयोग करने के साथ ही शिक्षकों के खुद के बेहतर विकल्पों का संयुक्त संयोजन इन विद्यालयों में दिखेगा।
योजना के प्रमुख बिद
- बीएसए के समन्वय से चयनित होंगे 20 परिषदीय स्कूल।
- एक दिवसीय इनोवेटिव कार्यशाला का जिला स्तर पर होगा आयोजन।
- संस्था द्वारा 20 विद्यालयों में वेबीनार के माध्यम से शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण।
- शिक्षकों का बेहतर अभिलेखीकरण चयनित विद्यालयों में क्रियान्वयन होगा।
- विद्यालयों में नवाचारी पाठशाला के आयोजन होंगे।
- पांच विद्यालयों की केस स्टडी का अभिलेखीय डाटा तैयार किया जाएगा।
- संस्था द्वारा जिला और मंडल स्तर पर शैक्षिक प्रदर्शनी का आयोजन जनवरी में होगा।
...............
महानिदेशक बेसिक शिक्षा के निर्देश पर मॉडल स्कूलों का चयन किया जाना है। इसकी गाइड लाइन जारी की गई। संस्था के सहयोग से उसका क्रियान्वयन कराया जाएगा। मॉडल स्कूलों से निश्चित तौर पर शिक्षा का स्तर सुधरेगा।
-शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए
फतेहपुर : जिले 2650 परिषदीय स्कूलों में से 20 को नामचीन बनाकर बेसिक शिक्षा के क्षितिज में चमकाया जाएगा। निजी तौर पर काम करने वाली संस्था के सहयोग से चयनित स्कूल में इनोवेटिव (नवाचारी) पाठशाला भी लगाई जाएगी। इसके साथ हीस्कूल की बेहतरी के लिए किए गए प्रयासों की प्रदर्शनी जिले व मंडल स्तर पर लगेगी।
बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने जिले के 20 परिषदीय स्कूलों को रोल मॉडल के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है। संस्था अरविदों सोसाइटी के साथ विभाग ने हाथ मिलाया है। इनोवेटिव प्रोग्राम के तहत चयनित विद्यालयों को चमकाया जाएगा। खासबात यह है कि इस मिशन में विभाग को अनुमति के सिवा कुछ भी नहीं देना होगा। सारे खर्च संस्था करेगी। खुद के शोधपरक कार्यक्रमों का पढ़ाई में प्रयोग करने के साथ ही शिक्षकों के खुद के बेहतर विकल्पों का संयुक्त संयोजन इन विद्यालयों में दिखेगा।
योजना के प्रमुख बिद
- बीएसए के समन्वय से चयनित होंगे 20 परिषदीय स्कूल।
- एक दिवसीय इनोवेटिव कार्यशाला का जिला स्तर पर होगा आयोजन।
- संस्था द्वारा 20 विद्यालयों में वेबीनार के माध्यम से शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण।
- शिक्षकों का बेहतर अभिलेखीकरण चयनित विद्यालयों में क्रियान्वयन होगा।
- विद्यालयों में नवाचारी पाठशाला के आयोजन होंगे।
- पांच विद्यालयों की केस स्टडी का अभिलेखीय डाटा तैयार किया जाएगा।
- संस्था द्वारा जिला और मंडल स्तर पर शैक्षिक प्रदर्शनी का आयोजन जनवरी में होगा।
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महानिदेशक बेसिक शिक्षा के निर्देश पर मॉडल स्कूलों का चयन किया जाना है। इसकी गाइड लाइन जारी की गई। संस्था के सहयोग से उसका क्रियान्वयन कराया जाएगा। मॉडल स्कूलों से निश्चित तौर पर शिक्षा का स्तर सुधरेगा।
-शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए
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