हाथरस : एक वर्ष पुराने समायोजन आदेश को नियम विरुद्ध बताने और पालन न करने पर 8 शिक्षकों का हुआ निलम्बन, देखें
हाथरस: समायोजित स्कूल में कार्यभार ग्रहण न करने पर आठ शिक्षक-शिक्षिकाएं निलंबित।
समायोजित विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं करने वाले 17 शिक्षक-शिक्षिकाओं को पिछले दिनों 20 अगस्त तक हर हाल में कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बीएसए के आदेश को न मानते हुए कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। बीएसए ने ऐसे शिक्षक शिक्षिकाओं के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है।
विकास खंड सासनी के कई स्कूलों में छात्र संख्या के सापेक्ष शिक्षकों की संख्या अधिक थी, जबकि जिले के अन्य स्कूलों में शिक्षकों की कमी देखी गई। इसके चलते बीएसए मनोज कुमार मिश्र ने कमेटी के अनुमोदन के बाद ऐसे शिक्षकों का समायोजन जरूरत वाले स्कूलों में कर दिया, लेकिन इन शिक्षकों ने समायोजित स्कूलों में कार्यभार ग्रहण नहीं किया। पिछले दिनों 17 शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंतिम अवसर देते हुए 20 अगस्त तक कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश बीएसए ने दिए, लेकिन आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं ने आदेश को नियम विरुद्ध कहते हुए पालन नहीं करने की सूचना बीएसए को दी।
बीएसए ने विभागीय निर्देशों को जानबूझकर न मानने, शासन व विभाग की नीतियों का मनमाना पूर्ण विरोध करना, शिक्षण व्यवस्था में अव्यवस्था उत्पन्न करने के दोषी होने करार देते हुए उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 एवं उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 तथा शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का उल्लंघन करने के आरोपों में आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इन शिक्षकों को हुआ निलंबन:-
जयपाल सिंह उप्रावि भदूरी सादाबाद का पदस्थापन उप्रावि अगराना, सिकंदराराऊ में किया गया था। निलंबित करते हुए अब इनको बीआरसी सिकंदराराऊ में संबद्ध किया गया है। सीमा सहायक अध्यापिका उप्रावि कैलोरा हाथरस का पदस्थापन उप्रावि गढ़ी धारू विख हाथरस में किया गया था। अब निलंबित करते हुए बीआरसी मुरसान में संबद्ध किया गया है। शिक्षिका कल्पना सेंगर उप्रावि वाहनपुर हाथरस का पदस्थापन उप्रावि बोनई हाथरस में किया था, लेकिन कार्यभार ग्रहण नहीं करने पर बीआरसी सासनी में संबद्ध किया गया है। शिक्षिका ममता उप्रावि सिथरौली हाथरस का पदस्थापन उप्रावि पोरा हसायन में किया गया था, लेकिन कार्यभार ग्रहण नहीं करने पर निलंबित करते हुए बीआरसी हसायन से संबद्ध किया गया है। शिक्षिका रागिनी सिंह उप्रावि सोखना हाथरस का पदस्थापन उप्रावि बोनई हाथरस में किया गया था। निलंबन अवधि में रागिनी सिंह को बीआरसी सासनी से संबद्ध किया गया है। शिक्षक सफदर अली उप्रावि मेंडू हाथरस का पदस्थापन उप्रावि पोरा हसायन में किया गया था, लेकिन अब निलंबन करते हुए बीआरसी हसायन में संबद्ध किया गया है। जितेंद्र कुमार वार्ष्णेय उप्रावि पैकवाड़ा हाथरस द्वारा उप्रावि कैशोंपुर हाथरस में कार्यभार ग्रहण न करने पर निलंबन करते हुए बीआरसी सादाबाद में संबद्ध किया गया है। उमेश कुमारी उप्रावि टुकसान मुरसान का पदस्थापन उप्रावि खेरिया डहर मुरसान में किए जाने के बाद कार्यभार ग्रहण न करने पर निलंबित करते हुए बीआरसी सादाबाद से संबद्ध किया है।
समायोजित शिक्षकों द्वारा कार्यभार ग्रहण नहीं किया गया। उन्हें नोटिस जारी कर अंतिम अवसर भी प्रदान किया गया, लेकिन इसके बाद भी आठ शिक्षकों द्वारा मनमानी करते हुए विभागीय आदेश को गलत ठहरा दिया गया। ऐसे आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। इनकी जांच के लिए जांच अधिकारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं। -मनोज कुमार मिश्र, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
हाथरस: समायोजित स्कूल में कार्यभार ग्रहण न करने पर आठ शिक्षक-शिक्षिकाएं निलंबित।
समायोजित विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं करने वाले 17 शिक्षक-शिक्षिकाओं को पिछले दिनों 20 अगस्त तक हर हाल में कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बीएसए के आदेश को न मानते हुए कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। बीएसए ने ऐसे शिक्षक शिक्षिकाओं के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है।
विकास खंड सासनी के कई स्कूलों में छात्र संख्या के सापेक्ष शिक्षकों की संख्या अधिक थी, जबकि जिले के अन्य स्कूलों में शिक्षकों की कमी देखी गई। इसके चलते बीएसए मनोज कुमार मिश्र ने कमेटी के अनुमोदन के बाद ऐसे शिक्षकों का समायोजन जरूरत वाले स्कूलों में कर दिया, लेकिन इन शिक्षकों ने समायोजित स्कूलों में कार्यभार ग्रहण नहीं किया। पिछले दिनों 17 शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंतिम अवसर देते हुए 20 अगस्त तक कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश बीएसए ने दिए, लेकिन आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं ने आदेश को नियम विरुद्ध कहते हुए पालन नहीं करने की सूचना बीएसए को दी।
बीएसए ने विभागीय निर्देशों को जानबूझकर न मानने, शासन व विभाग की नीतियों का मनमाना पूर्ण विरोध करना, शिक्षण व्यवस्था में अव्यवस्था उत्पन्न करने के दोषी होने करार देते हुए उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 एवं उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 तथा शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का उल्लंघन करने के आरोपों में आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इन शिक्षकों को हुआ निलंबन:-
जयपाल सिंह उप्रावि भदूरी सादाबाद का पदस्थापन उप्रावि अगराना, सिकंदराराऊ में किया गया था। निलंबित करते हुए अब इनको बीआरसी सिकंदराराऊ में संबद्ध किया गया है। सीमा सहायक अध्यापिका उप्रावि कैलोरा हाथरस का पदस्थापन उप्रावि गढ़ी धारू विख हाथरस में किया गया था। अब निलंबित करते हुए बीआरसी मुरसान में संबद्ध किया गया है। शिक्षिका कल्पना सेंगर उप्रावि वाहनपुर हाथरस का पदस्थापन उप्रावि बोनई हाथरस में किया था, लेकिन कार्यभार ग्रहण नहीं करने पर बीआरसी सासनी में संबद्ध किया गया है। शिक्षिका ममता उप्रावि सिथरौली हाथरस का पदस्थापन उप्रावि पोरा हसायन में किया गया था, लेकिन कार्यभार ग्रहण नहीं करने पर निलंबित करते हुए बीआरसी हसायन से संबद्ध किया गया है। शिक्षिका रागिनी सिंह उप्रावि सोखना हाथरस का पदस्थापन उप्रावि बोनई हाथरस में किया गया था। निलंबन अवधि में रागिनी सिंह को बीआरसी सासनी से संबद्ध किया गया है। शिक्षक सफदर अली उप्रावि मेंडू हाथरस का पदस्थापन उप्रावि पोरा हसायन में किया गया था, लेकिन अब निलंबन करते हुए बीआरसी हसायन में संबद्ध किया गया है। जितेंद्र कुमार वार्ष्णेय उप्रावि पैकवाड़ा हाथरस द्वारा उप्रावि कैशोंपुर हाथरस में कार्यभार ग्रहण न करने पर निलंबन करते हुए बीआरसी सादाबाद में संबद्ध किया गया है। उमेश कुमारी उप्रावि टुकसान मुरसान का पदस्थापन उप्रावि खेरिया डहर मुरसान में किए जाने के बाद कार्यभार ग्रहण न करने पर निलंबित करते हुए बीआरसी सादाबाद से संबद्ध किया है।
समायोजित शिक्षकों द्वारा कार्यभार ग्रहण नहीं किया गया। उन्हें नोटिस जारी कर अंतिम अवसर भी प्रदान किया गया, लेकिन इसके बाद भी आठ शिक्षकों द्वारा मनमानी करते हुए विभागीय आदेश को गलत ठहरा दिया गया। ऐसे आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। इनकी जांच के लिए जांच अधिकारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं। -मनोज कुमार मिश्र, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
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