आकांक्षात्मक जिलों में बनेंगे मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र, 5 करोड़ से तैयार होगा डिजिटल पोर्टल
लखनऊ। आकांक्षात्मक जिलों में पोषण कार्यक्रम को और प्रभावी बनाया जाएगा। सभी 8 जिलों में दो- दो आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल के रूप में विकसित किया जायेगा। इन केंद्रों में लाभार्थियों को एनीमिया मुक्त करने के लिए जहां विशेष अभियान चलाया जाएगा, वहीं उनका बजन व लंबाई आदि की मॉनीटरिंग के लिए आधुनिक तकनीक आधारित डिवाइस भी लगाए जाएंगी। इसके अलावा मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका भी बनायी जाएगी। दरअसल, आकांक्षात्मक जिलों में शामिल चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर सिद्धार्थगर व चित्रकूट में पोषण कार्यक्रमों की स्थिति काफी खराब पाई गई है। इसके मद्देनजर ही राज्य पोषण मिशन ने इन सभी 8 जिलों के उन आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल के रूप में विकसित करने का फैसला किया है जिन क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर अधिक काम करने की जरूरत हैं। इसी कड़ी में फिर पोषण का विशेष अभियान भी चलाया जाएगा। जिसके सभी आकांक्षात्मक जिलों चलाये जाने वाले पोषण अभियान के अंतर्गत पोषण सेवाओं के लिए 5.3 करोड़ रुपये की लागत से एकीकृत तहत गर्भवती ब धात्री महिलाओं, 6 साल तक के बच्चों, 14 से 19 साल तक की किशोरियों और 10 से 49 वर्ष तक महिलाओं को एनिमिया मुक्त करने व उनके स्वास्थ्य एवं पोषण के उपाय किये जाएंगे।
5 करोड़ से तैयार होगा एकीकृत डिजिटल पोर्टल
डिजिटल पोर्टल भी तैयार किया जाएगा। इसके अलाव प्रदेश के सभी 21005 एएनएम सेंटरों पर सुपोषण स्वास्थ्य मेलों का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए भी 6.30 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। प्रस्ताव को भी अनुमोदन प्रदान किया।
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