फतेहपुर : गूगल बोलो एप से बच्चों की हिन्दी-अंग्रेजी का सुधारेंगे उच्चारण।
फतेहपुर : जिले के परिषदीय विद्यालयों के करीब ढाई लाख से अधिक बच्चों को अपना शब्दकोष बढ़ाने और हिन्दी व इंग्लिश उच्चारण को सही करने के लिए गूगल बोलो एप मदद करेगा। इसके लिए जल्द ही शिक्षकों को प्रशिक्षित करके इस तकनीकि को बच्चों तक पहुँचाई जाएगी।
शब्दकोष बढ़ाने के लिए इस विशेष ऐप को छह से 11 वर्ष के बच्चों के लिए डिजाइन किया गया है। ऐप के बारे में शिक्षकों को प्रशिक्षण और निगरानी की जिम्मेदारी राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) को दी गई है। सीमैट से प्रशिक्षण पाने के बाद मास्टर ट्रेनर्स पूरे जिले में शिक्षकों को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित करेंगे। सीमैट के निदेशक संजय सिन्हा की मानें तो पहले चरण में 5.76 लाख शिक्षकों को गूगल बोलो एप से जोड़ने के लिए प्रदेश, जनपद एवं विकास खंड स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस नई व्यवस्था से जिले के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक करीब 2785 विद्यालयों में पंजीकृत 2 लाख 67 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को अपना शब्दकोष बढ़ाने में मदद मिलेगी। बच्चों के हिसाब से बनाया ऐप उनका मनोरंजन भी करेगा। जिससे बच्चों में इसमें पढ़ने की रुचि भी पैदा होगी। सीमैट एवं राज्य परियोजना कार्यालय की देखरेख में इन दिनों में मिशन प्रेरणा के तहत शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम चल रहा है। इसके बाद गूगल बोलो के प्रशिक्षण की तैयारी होगी।
‘दीया मदद के साथ करेगा उत्साहवर्धन इस ऐप में एक फीचर ‘दीया है, जो कि एक एनिमेटेड कैरेक्टर है। यह बच्चों को कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी। किसी शब्द का उच्चारण करने में दिक्कत आने पर बच्चों की मदद करेगी। यह पूरी रीडिंग खत्म करने के बाद बच्चों की तारीफ भी करती है। यदि शिक्षकों को हिन्दी अथवा अंग्रेजी के किसी उच्चारण में भ्रम की स्थिति होगी तो इस एप से मदद मिलेगी।
ऐप इंस्टाल के बाद नेट की जरुरत नहीं
निदेशक संजय सिन्हा के अनुसार इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान के अधिकारियों ने गूगल के साथ एग्रीमेंट किया है। उन्होंने बताया कि यह ऐप पूरी तरह से नि:शुल्क है, इसे गूगल प्ले स्टोर में जाकर डाउननोड कर सकते हैं। अभिभावकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। ऐप के लिए इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होगी, यह ऑफलाइन मोड पर भी काम करेगा। लेकिन पहले 50 एमबी का यह ऐप इंस्टाल करना होगा। ऐप में हिन्दी और अंग्रेजी की करीब 100 कहानियां हैं।
फतेहपुर : जिले के परिषदीय विद्यालयों के करीब ढाई लाख से अधिक बच्चों को अपना शब्दकोष बढ़ाने और हिन्दी व इंग्लिश उच्चारण को सही करने के लिए गूगल बोलो एप मदद करेगा। इसके लिए जल्द ही शिक्षकों को प्रशिक्षित करके इस तकनीकि को बच्चों तक पहुँचाई जाएगी।
शब्दकोष बढ़ाने के लिए इस विशेष ऐप को छह से 11 वर्ष के बच्चों के लिए डिजाइन किया गया है। ऐप के बारे में शिक्षकों को प्रशिक्षण और निगरानी की जिम्मेदारी राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) को दी गई है। सीमैट से प्रशिक्षण पाने के बाद मास्टर ट्रेनर्स पूरे जिले में शिक्षकों को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित करेंगे। सीमैट के निदेशक संजय सिन्हा की मानें तो पहले चरण में 5.76 लाख शिक्षकों को गूगल बोलो एप से जोड़ने के लिए प्रदेश, जनपद एवं विकास खंड स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस नई व्यवस्था से जिले के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक करीब 2785 विद्यालयों में पंजीकृत 2 लाख 67 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को अपना शब्दकोष बढ़ाने में मदद मिलेगी। बच्चों के हिसाब से बनाया ऐप उनका मनोरंजन भी करेगा। जिससे बच्चों में इसमें पढ़ने की रुचि भी पैदा होगी। सीमैट एवं राज्य परियोजना कार्यालय की देखरेख में इन दिनों में मिशन प्रेरणा के तहत शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम चल रहा है। इसके बाद गूगल बोलो के प्रशिक्षण की तैयारी होगी।
‘दीया मदद के साथ करेगा उत्साहवर्धन इस ऐप में एक फीचर ‘दीया है, जो कि एक एनिमेटेड कैरेक्टर है। यह बच्चों को कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी। किसी शब्द का उच्चारण करने में दिक्कत आने पर बच्चों की मदद करेगी। यह पूरी रीडिंग खत्म करने के बाद बच्चों की तारीफ भी करती है। यदि शिक्षकों को हिन्दी अथवा अंग्रेजी के किसी उच्चारण में भ्रम की स्थिति होगी तो इस एप से मदद मिलेगी।
ऐप इंस्टाल के बाद नेट की जरुरत नहीं
निदेशक संजय सिन्हा के अनुसार इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान के अधिकारियों ने गूगल के साथ एग्रीमेंट किया है। उन्होंने बताया कि यह ऐप पूरी तरह से नि:शुल्क है, इसे गूगल प्ले स्टोर में जाकर डाउननोड कर सकते हैं। अभिभावकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। ऐप के लिए इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होगी, यह ऑफलाइन मोड पर भी काम करेगा। लेकिन पहले 50 एमबी का यह ऐप इंस्टाल करना होगा। ऐप में हिन्दी और अंग्रेजी की करीब 100 कहानियां हैं।
No comments:
Write comments