यूपी बोर्ड : ऑनलाइन क्लास और टीवी से पढ़ाई बनी टेंशन, स्कूल के टाइम टेबल और ई गंगा की क्लास में फंसे छात्र।
लखनऊ : स्कूलों की ऑनलाइन क्लास और ई गंगा कार्यक्रम में तालमेल की कमी का खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है।
आलोक कुमार आशियाना के एक निजी स्कूल में यूपी बोर्ड दसवीं का छात्र है । लॉक डाउन शुरू होने पर इनके स्कूल में ऑनलाइन क्लास शुरू की गई। यूट्यूब चैनल बनाया गया। शिक्षक वीडियो अपलोड करते हैं। ऑनलाइन क्लास भी चलाई जा रही है। शासन के निर्देश पर ई - गंगा प्रोग्राम का प्रसारण भी देख रहे हैं। आलोक कहते हैं कि पहले स्कूल की ऑनलाइन क्लास और उसके बाद टीवी पर प्रसारित होने वाली क्लास देखते हैं।
स्कूल में कुछ और पढ़ा रहे हैं। टीवी पर कोई और टॉपिक चल रहा है। दोनों एक साथ चलने के कारण एक भी समझ में नहीं आ रहा है। यह हाल सिर्फ आलोक का नहीं है। यूपी बोर्ड के ज्यादातर छात्र परेशान हैं।
09 वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र परेशान
02 से अधिक विषय एक दिन में नहीं पढ़ाते।
एक दिन में एक-दो सब्जेक्ट बाकी का क्या होगा : शिक्षकों की माने तो स्वयं प्रभा या दूरदर्शन के माध्यम से होने वाली कक्षाओं की सीमाएं हैं। सिर्फ 9 वीं कक्षा में एक दिन में एक दो विषय की क्लास चैनल पर प्रसारित होती हैं। ऐसे में अन्य विषयों का क्या होगा?
उसकी तैयारी छात्र कैसे करेंगे? इन सवालों के जवाब भी फिलहाल किसी के पास नहीं है।
लखनऊ : स्कूलों की ऑनलाइन क्लास और ई गंगा कार्यक्रम में तालमेल की कमी का खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है।
आलोक कुमार आशियाना के एक निजी स्कूल में यूपी बोर्ड दसवीं का छात्र है । लॉक डाउन शुरू होने पर इनके स्कूल में ऑनलाइन क्लास शुरू की गई। यूट्यूब चैनल बनाया गया। शिक्षक वीडियो अपलोड करते हैं। ऑनलाइन क्लास भी चलाई जा रही है। शासन के निर्देश पर ई - गंगा प्रोग्राम का प्रसारण भी देख रहे हैं। आलोक कहते हैं कि पहले स्कूल की ऑनलाइन क्लास और उसके बाद टीवी पर प्रसारित होने वाली क्लास देखते हैं।
स्कूल में कुछ और पढ़ा रहे हैं। टीवी पर कोई और टॉपिक चल रहा है। दोनों एक साथ चलने के कारण एक भी समझ में नहीं आ रहा है। यह हाल सिर्फ आलोक का नहीं है। यूपी बोर्ड के ज्यादातर छात्र परेशान हैं।
09 वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र परेशान
02 से अधिक विषय एक दिन में नहीं पढ़ाते।
एक दिन में एक-दो सब्जेक्ट बाकी का क्या होगा : शिक्षकों की माने तो स्वयं प्रभा या दूरदर्शन के माध्यम से होने वाली कक्षाओं की सीमाएं हैं। सिर्फ 9 वीं कक्षा में एक दिन में एक दो विषय की क्लास चैनल पर प्रसारित होती हैं। ऐसे में अन्य विषयों का क्या होगा?
उसकी तैयारी छात्र कैसे करेंगे? इन सवालों के जवाब भी फिलहाल किसी के पास नहीं है।
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