CBSE News : सीबीएसई ने लिया अहम निर्णय, अब स्कूलों का होगा वर्चुअल निरीक्षण।
CBSE News : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूलों का वर्चुअल इंस्पेक्शन (अप्रत्यक्ष निरीक्षण) करने का निर्णय लिया है। इसे लेकर सीबीएसई द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है। देश भर में कोरोना वायरस महामारी के कारण स्कूलों के नियमित निरीक्षण में देरी हुई है। बोर्ड ने यह भी निर्णय लिया है कि प्रत्येक स्कूल के लिए निरीक्षण समिति के गठन के दस दिनों के भीतर सभी निरीक्षण पूरे किए जाएंगे। सीबीएसई ने 2021-22 तक के सत्रों के लिए संबद्धता के उन्नयन के लिए 'वर्चुअल इंस्पेक्शन' शुरू करने की सूचना दी है।
इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री, रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्विटर पर यह घोषणा की है कि इस कदम से कोविड-19 महामारी के दौरान स्कूलों को राहत मिलेगी। मंत्री ने कहा कि आभासी निरीक्षण बच्चों के शैक्षिक हित में एक लाभदायक कदम साबित होगा, जो शारीरिक निरीक्षण पर खर्च होने वाले समय की बचत करेगा और स्कूल संबद्धता की त्वरित और सुचारू प्रक्रिया सुनिश्चित करेगा।
बता दें कि सीबीएसई नोटिस में यह भी कहा गया है कि सत्र 2021-22 तक दर्ज मामलों के संबंध में माध्यमिक / वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर उन्नयन के लिए गठित सभी निरीक्षण समितियां, जहां भौतिक निरीक्षण नहीं हुए हैं, तत्काल प्रभाव से वापस ले ली गई हैं। स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए नए सिरे से निरीक्षण समितियां बनाई जाएंगी। सीबीएसई इस संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न प्रदान करेगा। हालांकि, समिति को 10 दिनों के भीतर आभासी निरीक्षण करने और पूरा करने के लिए अनिवार्य किया जाएगा।
CBSE News : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूलों का वर्चुअल इंस्पेक्शन (अप्रत्यक्ष निरीक्षण) करने का निर्णय लिया है। इसे लेकर सीबीएसई द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है। देश भर में कोरोना वायरस महामारी के कारण स्कूलों के नियमित निरीक्षण में देरी हुई है। बोर्ड ने यह भी निर्णय लिया है कि प्रत्येक स्कूल के लिए निरीक्षण समिति के गठन के दस दिनों के भीतर सभी निरीक्षण पूरे किए जाएंगे। सीबीएसई ने 2021-22 तक के सत्रों के लिए संबद्धता के उन्नयन के लिए 'वर्चुअल इंस्पेक्शन' शुरू करने की सूचना दी है।
इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री, रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्विटर पर यह घोषणा की है कि इस कदम से कोविड-19 महामारी के दौरान स्कूलों को राहत मिलेगी। मंत्री ने कहा कि आभासी निरीक्षण बच्चों के शैक्षिक हित में एक लाभदायक कदम साबित होगा, जो शारीरिक निरीक्षण पर खर्च होने वाले समय की बचत करेगा और स्कूल संबद्धता की त्वरित और सुचारू प्रक्रिया सुनिश्चित करेगा।
बता दें कि सीबीएसई नोटिस में यह भी कहा गया है कि सत्र 2021-22 तक दर्ज मामलों के संबंध में माध्यमिक / वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर उन्नयन के लिए गठित सभी निरीक्षण समितियां, जहां भौतिक निरीक्षण नहीं हुए हैं, तत्काल प्रभाव से वापस ले ली गई हैं। स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए नए सिरे से निरीक्षण समितियां बनाई जाएंगी। सीबीएसई इस संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न प्रदान करेगा। हालांकि, समिति को 10 दिनों के भीतर आभासी निरीक्षण करने और पूरा करने के लिए अनिवार्य किया जाएगा।
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