सीबीएसई ने दी 12वीं के छात्रों को भी सब्जेक्ट रिप्लेस की सुविधा।
प्रयागराज : सीबीएसई ने आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए बड़ा बदलाव किया है। आगामी बोर्ड परीक्षा से 12वीं के छात्र-छात्राओं को सब्जेक्ट रिप्लेस की सुविधा दी जा रही है। इसके तहत मुख्य विषयों में से किसी एक विषय में फेल छात्र को अतिरिक्त विषय का अंक जोड़कर पास कर दिया जाएगा। बोर्ड की ओर से अभी तक यह सुविधा 10वीं के छात्रों को ही मिली थी। 2021 की बोर्ड परीक्षा से 12वीं के छात्रों को भी इस सुविधा का लाभ दिया जाएगा।
सीबीएसई ने छात्रों के रिजल्ट में सुधार हो लिए यह कवायद की है। अभी तक किसी छात्र को एक विषय में एक या दो अंक कम मिले हैं तो वह फेल हो जाता था और उसे कंपार्टमेंट परीक्षा देनी होती थी। अब नई व्यवस्था में एक विषय में फेल होने के बाद छात्र उस विषय को अतिरिक्त विषय से बदल सकेगा। वहीं बोर्ड का कहना है कि छात्र अतिरिक्त विषय के रूप में स्किल सब्जेक्ट का भी चुनाव कर सकते हैं। स्किल सब्जेक्ट को मेन सब्जेक्ट से बदला जा सकेगा। सब्जेक्ट रिप्लेस करने की सुविधा मुख्य तीन विषयों में से किसी एक में फेल होने की दशा में मिलेगी।
10वीं के रिजल्ट में 20 फीसदी की बढ़ोतरी
सीबीएसई की ओर से पहली बार 2020 में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में मेन सब्जेक्ट को अतिरिक्त विषय से रिप्लेस किए जाने से 20 फीसदी ऐसे छात्र जो फेल हो गए थे, पास हो गए। ऐसे छात्रों ने मुख्य विषय के एक विषय को अतिरिक्त विषय से रिप्लेस कर दिया। इससे 20 फीसदी रिजल्ट बेहतर हुआ था।
2021 की बोर्ड परीक्षा से 12वीं के बच्चों को यह सुविधा दी जा रही है। मुख्य विषय को अतिरिक्त विषय से रिप्लेस किया जा सकेगा। इस बदलाव से छात्रों को पास होने का एक विकल्प मिलेगा। इससे छात्रों में अतिरिक्त विषय खासकर स्किल सब्जेक्ट के प्रति रुझान बढ़ेगा। -संयम भारद्वाज, परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई।
CBSE 12वीं : एक विषय से फेल तो बदले में अतिरिक्त विषय का विकल्प।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा 2021 में 12वीं बोर्ड परीक्षार्थी को अतिरिक्त विषय को रिप्लेस करने का विकल्प दिया है। अगर 12वीं बोर्ड देने वाला कोई छात्र अपने तीन मुख्य विषय में से किसी एक विषय में फेल हो गया तो अतिरिक्त विषय से उसे बोर्ड रिप्लेस कर देगा। इससे छात्र को उत्तीर्णता का रिजल्ट मिलेगा। अभी तक यह सुविधा 10वीं के छात्रों को ही मिली थी। बोर्ड ने 10वीं बोर्ड परीक्षार्थी को 2020 में यह सुविधा दी थी लेकिन 2021 से 12वीं के छात्रों को भी मिलेगा। ज्ञात हो कि 2020 के 12वीं बोर्ड का रिजल्ट काफी खराब हो गया है। पटना जोन के बिहार की बात करें तो एक लाख से अधिक छात्र 12वीं में शामिल हुए थे। लेकिन 36 हजार से अधिक परीक्षार्थी फेल हो गये। छात्रों के रिजल्ट में सुधार हो, इसके लिए बोर्ड द्वारा यह सुविधा दी जा रही है। अभी तक अगर किसी एक विषय में एक या दो अंक कम हैं तो वो फेल हो जाते हैं और उन्हें फिर कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होना होता है। लेकिन अब एक विषय में फेल होने के बाद छात्र के पास रिप्लेस करने का विकल्प रहेगा।
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अतिरिक्त विषय के प्रति बढ़ेगा रुझान :
बोर्ड द्वारा अतिरिक्त विषय का विकल्प देने से छात्रों में अतिरिक्त विषय लेने का रुझान बढ़ेगा। बोर्ड की मानें तो छात्र अतिरिक्त विषय के तौर स्कील विषय भी रख सकते हैं। स्कील विषय को भी मुख्य विषय से रिप्लेस किया जा सकेगा।
रिजल्ट में 20% की बढ़ोतरी
बोर्ड की मानें तो 10वीं के 2020 के रिजल्ट में बढ़ोतरी हुई है। लगभग 20 फीसदी ऐसे छात्र थे जो मुख्य विषय में फेल हो गये थे। ऐसे में बोर्ड ने छात्र के मुख्य एक विषय का अंक अतिरिक्त विषय से रिप्लेस कर दिया। मुख्य तीन विषय में छात्र के अतिरिक्त विषय को जोड़ दिया गया। इससे छात्र पास हो गये। इससे 20 फीसदी रिजल्ट बेहतर हुआ था।
12वीं बोर्ड में 2021 से यह लागू होगा। इससे छात्रों को पास होने का एक विकल्प मिलेगा। साथ में अतिरिक्त विषय खासकर स्कील विषय के प्रति रुझान भी बढ़ेगा।
- संयम भारद्वाज, परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई
10वीं व 12वीं में गलत प्रश्न पर पूरे अंक देगा सीबीएसई
सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए ऑनलाइन एग्जाम सेंटर मैनेजमेंट सिस्टम (ओईसीएमएस) बनाया है। इसके माध्यम से परीक्षा के दौरान हर दिन प्रश्न पत्र पर स्कूलों से फीडबैक लिया जायेगा। इसके लिए स्कूल में विषयवार शिक्षकों की टीम बनायी जायेगी। यह टीम अपना फीडबैक 24 घंटे के अंदर बोर्ड को भेजेगी। प्रश्न पत्र पर शिक्षकों के फीडबैक के आधार पर मार्किंग स्कीम तैयार की जायेगी। पिछले कुछ सालों में 10वीं और 12वीं के प्रश्न पत्र में गलतियां होती है। कई बार इसको लेकर छात्रों द्वारा आवाज उठायी जाती है। कई बार बोर्ड एक्सपर्ट द्वारा यह पकड़ में आता है। ऐसे में छात्रों को नुकसान नहीं हो, इसके लिए बोर्ड द्वारा इस बार ओईसीएमएस से बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने प्रश्नों पर नजर रखी जायेगी। अगर परीक्षा के दौरान किसी प्रश्न पत्र में कोई प्रश्न गलत होगा, तो ऐसे केस में सीबीएसई द्वारा उस प्रश्न पर पूरे अंक दिये जायेंगे।
प्रयागराज : सीबीएसई ने आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए बड़ा बदलाव किया है। आगामी बोर्ड परीक्षा से 12वीं के छात्र-छात्राओं को सब्जेक्ट रिप्लेस की सुविधा दी जा रही है। इसके तहत मुख्य विषयों में से किसी एक विषय में फेल छात्र को अतिरिक्त विषय का अंक जोड़कर पास कर दिया जाएगा। बोर्ड की ओर से अभी तक यह सुविधा 10वीं के छात्रों को ही मिली थी। 2021 की बोर्ड परीक्षा से 12वीं के छात्रों को भी इस सुविधा का लाभ दिया जाएगा।
सीबीएसई ने छात्रों के रिजल्ट में सुधार हो लिए यह कवायद की है। अभी तक किसी छात्र को एक विषय में एक या दो अंक कम मिले हैं तो वह फेल हो जाता था और उसे कंपार्टमेंट परीक्षा देनी होती थी। अब नई व्यवस्था में एक विषय में फेल होने के बाद छात्र उस विषय को अतिरिक्त विषय से बदल सकेगा। वहीं बोर्ड का कहना है कि छात्र अतिरिक्त विषय के रूप में स्किल सब्जेक्ट का भी चुनाव कर सकते हैं। स्किल सब्जेक्ट को मेन सब्जेक्ट से बदला जा सकेगा। सब्जेक्ट रिप्लेस करने की सुविधा मुख्य तीन विषयों में से किसी एक में फेल होने की दशा में मिलेगी।
10वीं के रिजल्ट में 20 फीसदी की बढ़ोतरी
सीबीएसई की ओर से पहली बार 2020 में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में मेन सब्जेक्ट को अतिरिक्त विषय से रिप्लेस किए जाने से 20 फीसदी ऐसे छात्र जो फेल हो गए थे, पास हो गए। ऐसे छात्रों ने मुख्य विषय के एक विषय को अतिरिक्त विषय से रिप्लेस कर दिया। इससे 20 फीसदी रिजल्ट बेहतर हुआ था।
2021 की बोर्ड परीक्षा से 12वीं के बच्चों को यह सुविधा दी जा रही है। मुख्य विषय को अतिरिक्त विषय से रिप्लेस किया जा सकेगा। इस बदलाव से छात्रों को पास होने का एक विकल्प मिलेगा। इससे छात्रों में अतिरिक्त विषय खासकर स्किल सब्जेक्ट के प्रति रुझान बढ़ेगा। -संयम भारद्वाज, परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई।
CBSE 12वीं : एक विषय से फेल तो बदले में अतिरिक्त विषय का विकल्प।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा 2021 में 12वीं बोर्ड परीक्षार्थी को अतिरिक्त विषय को रिप्लेस करने का विकल्प दिया है। अगर 12वीं बोर्ड देने वाला कोई छात्र अपने तीन मुख्य विषय में से किसी एक विषय में फेल हो गया तो अतिरिक्त विषय से उसे बोर्ड रिप्लेस कर देगा। इससे छात्र को उत्तीर्णता का रिजल्ट मिलेगा। अभी तक यह सुविधा 10वीं के छात्रों को ही मिली थी। बोर्ड ने 10वीं बोर्ड परीक्षार्थी को 2020 में यह सुविधा दी थी लेकिन 2021 से 12वीं के छात्रों को भी मिलेगा। ज्ञात हो कि 2020 के 12वीं बोर्ड का रिजल्ट काफी खराब हो गया है। पटना जोन के बिहार की बात करें तो एक लाख से अधिक छात्र 12वीं में शामिल हुए थे। लेकिन 36 हजार से अधिक परीक्षार्थी फेल हो गये। छात्रों के रिजल्ट में सुधार हो, इसके लिए बोर्ड द्वारा यह सुविधा दी जा रही है। अभी तक अगर किसी एक विषय में एक या दो अंक कम हैं तो वो फेल हो जाते हैं और उन्हें फिर कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होना होता है। लेकिन अब एक विषय में फेल होने के बाद छात्र के पास रिप्लेस करने का विकल्प रहेगा।
CBSE पूरी तरह पेपरलेस बना, ई-हरकारा पोर्टल से सुनी जा रही स्कूलों की बात
अतिरिक्त विषय के प्रति बढ़ेगा रुझान :
बोर्ड द्वारा अतिरिक्त विषय का विकल्प देने से छात्रों में अतिरिक्त विषय लेने का रुझान बढ़ेगा। बोर्ड की मानें तो छात्र अतिरिक्त विषय के तौर स्कील विषय भी रख सकते हैं। स्कील विषय को भी मुख्य विषय से रिप्लेस किया जा सकेगा।
रिजल्ट में 20% की बढ़ोतरी
बोर्ड की मानें तो 10वीं के 2020 के रिजल्ट में बढ़ोतरी हुई है। लगभग 20 फीसदी ऐसे छात्र थे जो मुख्य विषय में फेल हो गये थे। ऐसे में बोर्ड ने छात्र के मुख्य एक विषय का अंक अतिरिक्त विषय से रिप्लेस कर दिया। मुख्य तीन विषय में छात्र के अतिरिक्त विषय को जोड़ दिया गया। इससे छात्र पास हो गये। इससे 20 फीसदी रिजल्ट बेहतर हुआ था।
12वीं बोर्ड में 2021 से यह लागू होगा। इससे छात्रों को पास होने का एक विकल्प मिलेगा। साथ में अतिरिक्त विषय खासकर स्कील विषय के प्रति रुझान भी बढ़ेगा।
- संयम भारद्वाज, परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई
10वीं व 12वीं में गलत प्रश्न पर पूरे अंक देगा सीबीएसई
सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए ऑनलाइन एग्जाम सेंटर मैनेजमेंट सिस्टम (ओईसीएमएस) बनाया है। इसके माध्यम से परीक्षा के दौरान हर दिन प्रश्न पत्र पर स्कूलों से फीडबैक लिया जायेगा। इसके लिए स्कूल में विषयवार शिक्षकों की टीम बनायी जायेगी। यह टीम अपना फीडबैक 24 घंटे के अंदर बोर्ड को भेजेगी। प्रश्न पत्र पर शिक्षकों के फीडबैक के आधार पर मार्किंग स्कीम तैयार की जायेगी। पिछले कुछ सालों में 10वीं और 12वीं के प्रश्न पत्र में गलतियां होती है। कई बार इसको लेकर छात्रों द्वारा आवाज उठायी जाती है। कई बार बोर्ड एक्सपर्ट द्वारा यह पकड़ में आता है। ऐसे में छात्रों को नुकसान नहीं हो, इसके लिए बोर्ड द्वारा इस बार ओईसीएमएस से बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने प्रश्नों पर नजर रखी जायेगी। अगर परीक्षा के दौरान किसी प्रश्न पत्र में कोई प्रश्न गलत होगा, तो ऐसे केस में सीबीएसई द्वारा उस प्रश्न पर पूरे अंक दिये जायेंगे।
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