फतेहपुर : यूनीफार्म का 40 फीसदी ही हो पाया वितरण, परिषदीय स्कूलों में बच्चों को समय से स्वेटर दिए जाने का फरमान।
फतेहपुट : संकट काल में भले ही परिषदीय स्कूलों के बच्चों के लिए विद्यालय बंद चल रहे हों लेकिन इनको निशुल्क उपलब्ध कराई जाने वाली अभी जिले में 40 प्रतिशत ही शुरू हो गई है। इस बार भी प्रशासन सामग्री समय से देने के लिए शासन प्रशासन स्तर पर तैयारियां तेजी पर हैं।
यूनिफार्म का वितरण हो पाया है कि अब स्वेटर वितरण की कवायद भी स्तर से जेम पोर्टल के माध्यम से स्वेटर की खरीद की जाएगी।
बच्चों को इस साल समय से निदेशालय और समग्र शिक्षा अभियान शैक्षिक सत्र में सभी बच्चों को 31 अक्टूबर तक स्वेटर बांटने का निर्देश दिया है। परिषदीय स्कूलों के बच्चों को हर साल निःशुल्क एक स्वेटर देने का प्रावधान है। पिछले सत्रों में स्कूलों में स्वेटर देने के लिए बीएसए को स्वेटर की खरीद, आपूर्ति और वितरण की कार्यवाही रिपोर्ट रोजाना बेसिक शिक्षा के राज्य परियोजना कार्यालय को भेजने के निर्देश है। शासन ने चालू विद्यार्थियों को दिसंबर के अंत तक मुश्किल स्वेटर मिल पाए थे। इस पर विभाग की खूब किरकिरी हुई थी। इस प्रशासन ने समय से बच्चों को स्वेटर मुहैया कराने को नियत समय में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
ई-टेंडरिंग के साथ जैम पोर्टल से होगी खरीद : इस साल भी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के दो लाख से अधिक बच्चों को स्वेटर दिए जाने हैं। जिसकी खरीद और आपूर्ति जिला स्तर पर जेम पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। स्वेटर की खरीद, आपूर्ति और वितरण के लिए शासन ने समय सारणी भी तय की है। बेसिक शिक्षा निदेशालय से जारी निर्देशो में सभी बीएसए को स्वेटर खरीद के सिलसिले में जिला स्तरीय समिति की बैठक की तिथि, जेम पोर्टल पर स्वेटर खरीदने के लिए ई टेंडर के प्रकाशन और बिड अपलोड करने और खोलने की तारीख की जानकारी देनी होगी।
समूह की महिलाओं ने दिखाई तेजी : परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत करीब 2 लाख 32 हजार 909 छात्र-छात्राओं को यूनीफार्म दिया जाना है। जिसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार देने के लिए इस बार करीब 65 हजार यूनीफार्म सिलने का काम सौंपा गया है। जिन्होंने अब तक करीब 25 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है। जिसका भुगतान एसएमसी द्वारा यूनीफार्म वितरण के बाद किया जाता है। हो रही लेट लतीफी को लेकर विभागीय हस्ताक्षेप के बाद समूह की महिलाओं ने यूनीफार्म तैयार करने में अब तेजी दिखाई है, जिसके चलते समय से ड्रेस वितरण कार्य पूरा हो सके।
बोले जिम्मेदार : परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को यूनीफार्म वितरण कार्य तेजी | पर है। करीब 40 फीसदी बच्चों को वितरण किया जा चुका है। प्रशासनिक कमेटी |द्वारा जेम पोर्टल से स्वेटर खरीद की जाएगी। इसके पूर्व ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया कराई जा रही है।
-शिवेंद्र प्रताप सिंह
फतेहपुट : संकट काल में भले ही परिषदीय स्कूलों के बच्चों के लिए विद्यालय बंद चल रहे हों लेकिन इनको निशुल्क उपलब्ध कराई जाने वाली अभी जिले में 40 प्रतिशत ही शुरू हो गई है। इस बार भी प्रशासन सामग्री समय से देने के लिए शासन प्रशासन स्तर पर तैयारियां तेजी पर हैं।
यूनिफार्म का वितरण हो पाया है कि अब स्वेटर वितरण की कवायद भी स्तर से जेम पोर्टल के माध्यम से स्वेटर की खरीद की जाएगी।
बच्चों को इस साल समय से निदेशालय और समग्र शिक्षा अभियान शैक्षिक सत्र में सभी बच्चों को 31 अक्टूबर तक स्वेटर बांटने का निर्देश दिया है। परिषदीय स्कूलों के बच्चों को हर साल निःशुल्क एक स्वेटर देने का प्रावधान है। पिछले सत्रों में स्कूलों में स्वेटर देने के लिए बीएसए को स्वेटर की खरीद, आपूर्ति और वितरण की कार्यवाही रिपोर्ट रोजाना बेसिक शिक्षा के राज्य परियोजना कार्यालय को भेजने के निर्देश है। शासन ने चालू विद्यार्थियों को दिसंबर के अंत तक मुश्किल स्वेटर मिल पाए थे। इस पर विभाग की खूब किरकिरी हुई थी। इस प्रशासन ने समय से बच्चों को स्वेटर मुहैया कराने को नियत समय में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
ई-टेंडरिंग के साथ जैम पोर्टल से होगी खरीद : इस साल भी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के दो लाख से अधिक बच्चों को स्वेटर दिए जाने हैं। जिसकी खरीद और आपूर्ति जिला स्तर पर जेम पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। स्वेटर की खरीद, आपूर्ति और वितरण के लिए शासन ने समय सारणी भी तय की है। बेसिक शिक्षा निदेशालय से जारी निर्देशो में सभी बीएसए को स्वेटर खरीद के सिलसिले में जिला स्तरीय समिति की बैठक की तिथि, जेम पोर्टल पर स्वेटर खरीदने के लिए ई टेंडर के प्रकाशन और बिड अपलोड करने और खोलने की तारीख की जानकारी देनी होगी।
समूह की महिलाओं ने दिखाई तेजी : परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत करीब 2 लाख 32 हजार 909 छात्र-छात्राओं को यूनीफार्म दिया जाना है। जिसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार देने के लिए इस बार करीब 65 हजार यूनीफार्म सिलने का काम सौंपा गया है। जिन्होंने अब तक करीब 25 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है। जिसका भुगतान एसएमसी द्वारा यूनीफार्म वितरण के बाद किया जाता है। हो रही लेट लतीफी को लेकर विभागीय हस्ताक्षेप के बाद समूह की महिलाओं ने यूनीफार्म तैयार करने में अब तेजी दिखाई है, जिसके चलते समय से ड्रेस वितरण कार्य पूरा हो सके।
बोले जिम्मेदार : परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को यूनीफार्म वितरण कार्य तेजी | पर है। करीब 40 फीसदी बच्चों को वितरण किया जा चुका है। प्रशासनिक कमेटी |द्वारा जेम पोर्टल से स्वेटर खरीद की जाएगी। इसके पूर्व ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया कराई जा रही है।
-शिवेंद्र प्रताप सिंह
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