यूपी बोर्ड : बढ़ सकती है 9 से 12 तक के फॉर्म भरने की तारीख।
प्रयागराज : यूपी बोर्ड के कक्षा 9 से 12 तक में प्रवेश की अंतिम तिथि एक बार और बढ़ सकती है। अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने 5 अगस्त के आदेश में अंतिम तिथि 31 अगस्त तक बढ़ाई थी। जो सोमवार को बीत गई। इसके बावजूद बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं का प्रवेश नहीं हो सका है। कोरोना काल में स्कूल नहीं खुलने के कारण अभिभावक फीस जमा नहीं कर रहे हैं। इस प्रकार वर्तमान में जो परिस्थितियां बन रही है उसमें प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ना लगभग तय है। तीन प्रमुख कारणों को हम इस प्रकार समझ सकते हैं।
मान्यता जारी होने में देरी से होगी समस्या : अंतिम तिथि बढ़ाने का सबसे मुख्य कारण 2021-22 सत्र के लिए मान्यता जारी होने में देरी होगा। 29 अगस्त को इंटर के 412 स्कूलों की मान्यता जारी हुई है जबकि हाईस्कूल की मान्यता अब तक जारी नहीं हो सकी है। ऐसे में सवाल यह है कि प्रवेश की अंतिम तिथि बीतने के बाद मान्यता मिलती है तो इन स्कूलों में प्रवेश कैसे होगा। पूर्व के वर्षों में ऐसा होने पर स्कूल प्रबंधन हाईकोर्ट जा चुके हैं। इसलिए इन स्कूलों को प्रवेश का मौका देना होगा। बाढ़ के कारण स्कूल बंद, प्रवेश
प्रभावितः कई जिलों में बाढ़ के कारण स्कूल बंद करने पड़े हैं। वहां प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। पूर्व के वर्षों में भी बाढ़ के कारण प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ाई जा चुकी है। इसलिए व्यापक छात्रहित में अंतिम तिथि बढ़ना तय माना जा रहा है।
यूपी बोर्ड : ▪️31 अगस्त को खत्म गई प्रवेश की अंतिम तिथि
▪️अंतिम तिथि बढ़ने के कई कारण हैं मौजूद स्कूल न खोलने के
निर्णय का असर : कोरोना महामारी के बीच अनलॉक-4 में 30 सितंबर तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश हैं। ऐसे में अभिभावक फीस जमा नहीं कर रहे हैं। अभी भी ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में 50 प्रतिशत भी प्रवेश नहीं हो सका है। ये दूसरा प्रमुख कारण प्रवेश की तारीख बढ़ाने का हो सकता है।
प्रयागराज : यूपी बोर्ड के कक्षा 9 से 12 तक में प्रवेश की अंतिम तिथि एक बार और बढ़ सकती है। अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने 5 अगस्त के आदेश में अंतिम तिथि 31 अगस्त तक बढ़ाई थी। जो सोमवार को बीत गई। इसके बावजूद बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं का प्रवेश नहीं हो सका है। कोरोना काल में स्कूल नहीं खुलने के कारण अभिभावक फीस जमा नहीं कर रहे हैं। इस प्रकार वर्तमान में जो परिस्थितियां बन रही है उसमें प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ना लगभग तय है। तीन प्रमुख कारणों को हम इस प्रकार समझ सकते हैं।
मान्यता जारी होने में देरी से होगी समस्या : अंतिम तिथि बढ़ाने का सबसे मुख्य कारण 2021-22 सत्र के लिए मान्यता जारी होने में देरी होगा। 29 अगस्त को इंटर के 412 स्कूलों की मान्यता जारी हुई है जबकि हाईस्कूल की मान्यता अब तक जारी नहीं हो सकी है। ऐसे में सवाल यह है कि प्रवेश की अंतिम तिथि बीतने के बाद मान्यता मिलती है तो इन स्कूलों में प्रवेश कैसे होगा। पूर्व के वर्षों में ऐसा होने पर स्कूल प्रबंधन हाईकोर्ट जा चुके हैं। इसलिए इन स्कूलों को प्रवेश का मौका देना होगा। बाढ़ के कारण स्कूल बंद, प्रवेश
प्रभावितः कई जिलों में बाढ़ के कारण स्कूल बंद करने पड़े हैं। वहां प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। पूर्व के वर्षों में भी बाढ़ के कारण प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ाई जा चुकी है। इसलिए व्यापक छात्रहित में अंतिम तिथि बढ़ना तय माना जा रहा है।
यूपी बोर्ड : ▪️31 अगस्त को खत्म गई प्रवेश की अंतिम तिथि
▪️अंतिम तिथि बढ़ने के कई कारण हैं मौजूद स्कूल न खोलने के
निर्णय का असर : कोरोना महामारी के बीच अनलॉक-4 में 30 सितंबर तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश हैं। ऐसे में अभिभावक फीस जमा नहीं कर रहे हैं। अभी भी ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में 50 प्रतिशत भी प्रवेश नहीं हो सका है। ये दूसरा प्रमुख कारण प्रवेश की तारीख बढ़ाने का हो सकता है।
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