स्कूलों में कम पहुंच रहे थे छात्र तो जल्द हो गई दशहरा की छुट्टी
लखनऊ : सात महीने बाद राजधानी में खुले स्कूल तीन दिन बाद बंद होने लगे हैं। विद्यार्थियों की कम संख्या के चलते अभी से दशहरा की छुट्टी होने लगी है।
कुछ स्कूल दशहरा के बाद खुलेंगे तो कई ने दो नवंबर से खोलने का निर्णय लिया है। 19 अक्तूबर से हाईस्कूल व इंटर के लगभग सभी सरकारी स्कूल खुल गए।
वहीं, कई निजी स्कूल अभिभावकों की सहमति के बाद खुले। हालांकि, इसके तीन दिन बाद से स्कूल बंद होने भी शुरू हो गए। स्कूल प्रशासन की मानें तो त्यौहार की वजह से छात्रों की संख्या कम रही।
अब जब स्कूल खुलेंगे तो छात्रों की संख्या में इजाफा होगा। 19 से खोले गए स्कूलों में से अधिकतर केवल कक्षा 10 और 12 के छात्रों के मुख्य विषय और प्रैक्टिकल के लिए खोले गए थे। त्यौहार बाद ये स्कूल बाकी कक्षाओं के लिए भी खोले जाएंगे।
दो नवंबर से खुलेंगे केवी स्कूल
केंद्रीय विद्यालयों में 21 अक्तूबर से ही दशहरा का अवकाश घोषित हो गया, वहीं अब स्कूल दो नवंबर से खुलेंगे। खास बात है कि सबसे बड़ी छात्र संख्या वाले केवी गोमतीनगर और अलीगंज में महज तीन से चार प्रतिशत अभिभावकों ने ही बच्चों को स्कूल भेजने की सहमति दी थी। ऐसे में एक कक्षा में दो से चार छात्र ही बैठे। केवी प्रशासन के अनुसार दशहरे की छुट्टियों बाद ज्यादा संख्या में छात्र आएंगे।
बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य आरके पांडेय ने बताया कि उनके यहां कक्षा 9 से 12 में जितने अभिभावकों ने सहमति दी थी, उसके सापेक्ष भी छात्र नहीं पहुंचे। चार से दस छात्र ही स्कूल आए। कक्षा में एक या दो छात्र ही बैठे थे। उन्होंने बताया कि त्यौहार की वजह से छात्रों ने घर पर रहना सही समझा। गुरुवार से यहां दशहरा का अवकाश घोषित हो गया है। अब स्कूल दो नवंबर से खुलेगा। जयपुरिया स्कूल, गोमतीनगर में भी सात छात्र ही पहुंचे। ऐसे में यहां भी अवकाश घोषित कर दिया गया। सेंट जोसेफ स्कूल की सभी शाखाओं में शुक्रवार से छुट्टी हो गई है। एमडी अनिल अग्रवाल ने बताया कि दशहरा बाद कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को बुलाया गया है।
सीएमएस में भी आज से अवकाश
सिटी मोंटेसरी स्कूल ने भी शुक्रवार से दशहरा अवकाश की घोषणा कर दी है। यहां केवल कक्षा 10 और 12 के छात्रों को बुलाया गया था। लखनऊ पब्लिक स्कूल में 10वीं, 12वीं के छात्रों को ही बुलाया गया, आरएलबी की सभी आठ शाखाओं में कक्षा 12 के छात्रों को ही प्रैक्टिकल के लिए बुलाया गया। सेंट फ्रांसिस और कैथेड्रल में भी केवल बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर छात्रों को बुलाया। इससे बहुत कम उपस्थिति रही। किसी कक्षा में तीन तो किसी में चार से पांच छात्र ही उपस्थित रहे। इन स्कूलों में दशहरा अवकाश घोषित कर दिया गया है। दशहरा और ईद-ए-मिलाद के अवकाश के चलते अधिकतर स्कूलों ने नए सिरे से दो नवंबर से विद्यालय खोलने का निर्णय लिया था। अवध कॉलेजिएट, वरदान इंटरनेशनल एकेडमी, जीडी गोयनका, पायनियर मोंटेसरी, स्प्रिंग डेल समेत कई स्कूलों ने पहले से दो नवंबर से खोलने का निर्णय लिया था।
No comments:
Write comments