फतेहपुर : प्रबंधन समिति देखेगी शिक्षा की गुणवत्ता, परिषदीय विद्यालयों की प्रबंध समितियां बनाएंगी त्रिवर्षीय योजना।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित परिषदीय विद्यालयों के छात्र प्रबंधन समिति को दी गई है। छात्राओं की शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की जिम्मेदारी अब विद्यालय परियोजना कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद विभागीय कवायद शुरू हो गई है। परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की जिम्मेदारी अब विद्यालय प्रबंधन समिति को सौंपी गई है। अब ग्रामीण विभाग और विभागीय अधिकारियों पर स्कूलों के फैल होने का ठीकरा नहीं फोड़ सकेंगे। इसके लिए परियोजना कार्यालय से निर्देश जारी हो चुके हैं। सभी परिषदीय विद्यालयों की प्रबंध समिति विद्यालय के लिए तीन वर्ष के लिए विकास योजना बनाएंगी। प्रधानाध्यापक प्रबंध समिति के साथ कम से कम दो बैठक करेंगे। जिला समन्वयक व खंड शिक्षा अधिकारी इसमें सहयोग करेंगे। योजना में विद्यालय में शिक्षकों की संख्या, उपलब्ध संसाधनों के साथ ही आवश्यक संसाधनों का भी उल्लेख होगा। बच्चों व शिक्षकों की संख्या के साथ अन्य विषयों पर भी विचार किया जाएगा। विभाग द्वारा विद्यालय खुलने से पूर्व बच्चों के लिए अच्छी शिक्षण व्यवस्था देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि परियोजना से निर्देश मिले हैं आगे की कार्रवाई की जा रही है।
▪️त्रिवर्षीय योजना के तहत 2020 से 2023 तक का विवरण होगा तैयार
▪️ परियोजना कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद विभागीय कवायद शुरू हो गई।
तीन वर्ष की बनेगी कार्ययोजना
महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय से जारी निर्देश में कहा कि जिम्मेदारों को वर्ष 2020 से 2023 तक का विवरण तैयार करना होगा। इसमें विद्यालय परिक्षेत्र में स्कूल छोड़ चुके बच्चों की संख्या, विद्यालय में बच्चों का विवरण, विशेष प्रशिक्षण के लिए चयनित बच्चों की संख्या, विद्यालय में कुल दिव्यांग बच्चों व अध्यापकों की संख्या बतानी होगी।
बजट का भी कहना होगा उल्लेख
त्रिवर्षीय योजना के तहत विद्यालय की आवश्यकता का भी उल्लेख करना होगा। कितना बजट आया और कितना किस मद में खर्च हुआ। कितने और बजट की जरूरत है उससे संबंधित जानकारी भी देनी होगी। समस्याओं के समाधान के लिए क्या सुझाव हैं यह भी बताना होगा। जिससे विद्यालय में हो रही व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा सके।
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