माध्यमिक : अब वित्तविहीन शिक्षकों को आर्थिक सहायता देगी सरकार, सीएम ने विभाग के अफसरों के साथ किया मंथन।
लखनऊ : कोरोना काल में वित्तविहीन शिक्षकों को आर्थिक राहत देकर योगी सरकार बड़ा राजनीतिक दांव खेलने जा रही है। वित्तविहीन शिक्षकों को आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 2 और 3 अक्तूबर को आयोजित बैठकों में मंथन किया गया। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी अब वित्तविहीन शिक्षकों को राहत देने के लिए उस पर आने वाले खर्च का आकलन कर रहे हैं।
प्रदेश के 20 हजार 558 वित्तविहीन विद्यालयों में साढ़े तीन लाख से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। कोरोना संकट काल में शिक्षा सत्र 2020-21 में अब तक स्कूलों का विधिवत संचालन नहीं शुरू हुआ है। वर्तमान स्थिति में भी 30 से 40 प्रतिशत तक अभिभावक नियमित स्कूल फीस जमा नहीं करा रहे हैं। स्कूल फीस नहीं मिलने का सबसे ज्यादा असर वित्तविहीन शिक्षकों पर हुआ है। स्कूल प्रबंधन ने वित्तविहीन शिक्षकों के वेतन में 50 प्रतिशत की कटौती की। सैंकड़ों स्कूलों में वित्तविहीन शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया है।
ऐसे में माध्यमिक शिक्षा विभाग ने वित्तविहीन शिक्षकों को आर्थिक राहत देने का प्रस्ताव तैयार किया। 2 और 3 अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस पर मंथन किया।
वित्तविहीन शिक्षकों आर्थिक राहत देने पर विचार किया गया है, अभी इसका आकलन किया जा रहा है। उसके बाद इस संबंध में उच्च स्तर पर निर्णय किया जाएगा। -विनय कुमार पांडेय, निदेशक माध्यमिक शिक्षा
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