डीएलएड परीक्षा का पेपर आउट, दो पर मुकदमा दर्ज
व्हाट्सएप चैटिंग से खुलेंगे नकल माफिया के राज
इससे पूर्व के पेपर में भी अभ्यर्थियों ने लगाए थे नकल होने का आरोप
आरोपी के मोबाइल में मनोज सर बीटीसी के नाम के ग्रुप एडमिन कर रहा था खेल
प्रयागराज : प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने की दो वर्षीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन (डीएलएड) का पेपर आउट हो गया है। प्रयागराज के राजकीय इंटर कालेज परीक्षा केंद्र पर प्रवेश के समय ही तलाशी के दौरान मोबाइल के वाट्सएप ग्रुप पर पेपर की हल सामग्री मिली है। जीआइसी के उप प्रधानाचार्य बंशराज की ओर से चौक कोतवाली में महिला प्रशिक्षु व उसके भाई के विरुद्ध नकल करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
प्रदेश के सभी जिलों में इन दिनों राजकीय व एडेड माध्यमिक कालेजों में डीएलएड के विभिन्न सेमेस्टरों की परीक्षाएं चल रही हैं। बुधवार को प्रयागराज के राजकीय इंटर कालेज में डीएलएड 2018 बैच अष्टम प्रश्नपत्र का इम्तिहान दो से तीन बजे तक होना था। परीक्षा शुरू होने से पहले मुख्य गेट पर प्रशिक्षु ज्योति अनुक्रमांक 2013501095 के साथ राहुल मौर्य निवासी सैदाबाद हंडिया पहुंचे। ज्योति की तलाशी के दौरान मोबाइल के वाट्सएप ग्रुप डी-18 पर ग्रुप एडमिन मनोज की ओर से पेपर की हल सामग्री व अन्य पोस्ट की गई थी। सहायक अध्यापक अखिलेश कुमार, राजेंद्र यादव, डा. इफत परवीन व अहमद सिद्दीकी को पेपर शुरू होने से 15 मिनट पहले ही मोबाइल से अनुचित सामग्री मिली।
परीक्षा के पेपर से मिलान करने पर काफी सवाल मोबाइल पर हल मिले हैं। जीआइसी के उप प्रधानाचार्य बंशराज की ओर से चौक कोतवाली में प्रशिक्षु व उसके भाई को नामजद करते हुए मुकदमा लिखाया गया है। जीआइसी के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर की हल सामग्री मिली है। इसलिए रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र प्रयागराज को रिपोर्ट भेजी जा रही है। उधर, सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि उन्हें जीआइसी की रिपोर्ट का इंतजार है।
पहले भी आउट हो चुका पेपर
बीटीसी 2015 चौथे सेमेस्टर का भी पेपर आउट हो गया था। उस समय परीक्षा नियामक कार्यालय ने परीक्षाएं रद करके फिर से कराई थी साथ ही पेपर को कोषागार के डबल लाक में रखवाने का इंतजाम कराया गया था।
प्रयागराज : डीएलएड परीक्षा में पेपर लीक प्रकरण का कई दिनों से अभ्यर्थी शोर मचा रहे थे। चर्चाएं थी कि कोई गैंग नकल करा रहा है लेकिन किसी के पास कोई प्रमाण नहीं मिल पा रहा था। बुधवार को कोतवाली पुलिस के खुलासे के बाद साफ हो गया कि इस परीक्षा में भी नकल माफिया गैंग बनाकर सक्रिय थे। पुलिस आरोपी के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच करा कर एडमिन के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
कोतवाली पुलिस ने अभ्यर्थी ज्योति को नकल कराने के आरोप में उसके चचेरे भाई राहुल मौर्य को गिरफ्तार किया। राहुल मौर्या के मोबाइल पर डी 18 बैच के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बना है, जिसका एडमिन मनोज सर है। इस ग्रुप में ही बीटीसी के कई अभ्यर्थी व अन्य लोग जुड़े हैं। सवाल यह है कि मनोज सर है कौन? क्योंकि इसी ग्रुप में डीएलएड का पेपर डालकर ग्रुप में जुड़े अन्य सदस्य उसे साल्व करके उत्तर बता रहे थे। इसके बाद उसे चारों तरफ प्रसारित किया जा रहा था। इस बात की आशंका है कि इसी तरह कई अन्य लोगों को भी नकल कराया जा रहा था जिसके बारे में अभी तक पुलिस को जानकारी नहीं हो सकी है। कोतवाली पुलिस का कहना है कि मोबाइल की फॉरेंसिक परीक्षण के बाद इसका खुलासा होगा। पकड़े गए आरोपियों के बयान और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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