सूबे के 2235 स्कूल में बनेंगे यूथ और इको क्लब, राजकीय विद्यालयों के युवाओं को जिम्मेदार बनाएंगे ये क्लब।
05 करोड़ 58 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।
25 हजार रुपये प्रति स्कूल के हिसाब से दिए जाएंगे।
तैयारी
▪️स्कूल के प्रधानाचार्य या उप प्रधानाचार्य यूथ और इको क्लब के प्रभारी होंगे।
▪️खेल मैदान और लाइब्रेरी का उपयोग क्लास के बाद या छुट्टियों में कर सकेंगे।
प्रयागराज : प्रदेशभर के 2235 राजकीय हाईस्कूल एवं इंटर कॉलेजों में यूथ और इको क्लब बनेंगे। शिक्षा मंत्रालय ने युवाओं के बहुमुखी विकास के उद्देश्य से 2020-21 शैक्षणिक सत्र के लिए यूपी के 2235 स्कूलों में यूथ और इको क्लब बनाने के लिए प्रति विद्यालय 25 हजार और कुल पांच करोड़ 58 लाख रुपये मंजूर किए हैं।
यूथ क्लब का मकसद स्कूल के अनुपयोगी संसाधन जैसे खेल का मैदान, खेल के सामान, लाइब्रेरी, संगीत एवं कला कक्ष, ऑडिटोरियम आदि का उपयोग सह शैक्षणिक गतिविधियों जैसे ड्रामा, वाद विवाद, कला, खेलकूद, संगीत आदि से छात्रों के व्यक्तिगत एवं सामूहिक विकास को बढ़ावा देना होगा।
खेल का मैदान और लाइब्रेरी का उपयोग क्लास के बाद या छुट्टियों के दौरान कर सकेंगे। इसी प्रकार इको क्लब का उद्देश्य पर्यावरण, जैव विविधता, स्थानीय पारिस्थितिकी, पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता आदि के प्रति जागरूकता एवं बच्चों में रुचि पैदा करना है। प्रधानाचार्य या उप प्रधानाचार्या यूथ और इको क्लब के प्रभारी होंगे।
एक शिक्षक को नोडल अधिकारी बनाएंगे जो स्कूल की छुट्टी के बाद यूथ क्लब की गतिविधियों में सहयोग करेंगे। इन कार्यों में बच्चों का मार्गदर्शन करने और उनके साथ समय बिताने के लिए अभिभावकों, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी और शिक्षक आदि की मदद ली जा सकेगी।
बच्चों में बढ़ेगा आत्मविश्वास
समग्र शिक्षा अभियान के तहत मंजूर यूथ और इको क्लब से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही स्कूलों में पंजीकरण और उनके ठहराव में भी सुधार की आशा है। इको क्लब से विज्ञान, तकनीक और जैव-चिकित्सा के क्षेत्र में रुचि पैदा होगी।
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