DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Wednesday, November 4, 2020

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों से मांगा ब्योरा, खाली पदों को भरने की तैयारी

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल में जुटा शिक्षा मंत्रालय, अब विश्वविद्यालयों में खाली नहीं रहेंगे अहम पद

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों से मांगा ब्योरा, खाली पदों को भरने की तैयारी

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल में जुटे शिक्षा मंत्रालय ने बनाई योजना

केंद्रीय विश्वविद्यालयों में खाली पड़े अहम पदों को दिसंबर तक भरने की योजना



नई दिल्ली। ।विश्वविद्यालयों में कोई भी अहम पद अब लंबे समय तक खाली नहीं रहेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल में जुटा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर एक विस्तृत योजना तैयार की है। इसके तहत कुलपति सहित खाली पड़े सभी अहम पदों को दिसंबर तक भरने की योजना बनाई गई है। आगे भी इन पदों के खाली होने से पहले ही इन पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।


फिलहाल इसको लेकर सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों से ब्योरा मांगा गया है। इसमें इलाहाबाद और हैदराबाद विश्वविद्यालय सहित करीब आधा दर्जन केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपति के खाली पड़े पदों को इस महीने के अंत तक भरने का संकेत भी दिया है।


विश्वविद्यालयों में खाली पड़े प्रमुख पदों को भरने को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने यह गंभीरता उस समय दिखाई है, जब शिक्षा नीति के प्रभावी अमल के लिए संस्थानों में स्थायी नियुक्ति पर जोर दिया गया है। साथ ही हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय में जो स्थितियां निर्मित हुई, उसके बाद शिक्षा मंत्रालय और भी ज्यादा सतर्क हुआ। वहां कुलपति के छुट्टी पर होने और दूसरे अहम पदों के खाली पड़े होने से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल को लेकर ढिलाई बरती जा रही थी। बैठकों में विश्वविद्यालय की ओर से कोई हिस्सा भी नहीं ले रहा था। इसके साथ ही यह भी देखा गया कि अहम पदों के खाली रहने से वहां प्रशासनिक स्तर पर अनियमितताएं भी बढ़ गई थीं। हालांकि, मंत्रालय इन पदों को भरने के लिए विश्वविद्यालय से कई बार पत्राचार कर चुका था। बावजूद इसके इन पदों को नहीं भरा गया था।


फिलहाल मंत्रालय ने इन स्थितियों को देखते हुए केंद्रीय विश्वविद्यालयों से खाली पड़े सभी अहम पदों का ब्योरा मांगा है। साथ ही इन पदों को तय समय सीमा में भरने के लिए कहा है। मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, खाली पड़े पदों को दिसंबर तक भरने की योजना बनाई गई है।


आधा दर्जन विश्वविद्यालयों में कुलपति के खाली पड़े पद 25 नवंबर से पहले भरने के संकेत

इनमें करीब आधा दर्जन विश्वविद्यालयों में कुलपति के खाली पड़े पद भी हैं, जिन्हें मंत्रालय ने 25 नवंबर से पहले भरने का संकेत दिया है। साथ ही राज्यों से भी अपने विश्वविद्यालयों में कुलपति सहित दूसरे खाली पड़े अहम पदों को भरने के लिए कहा है।


इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत छह विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद खाली पड़े हैं

गौरतलब है कि मौजूदा समय में जिन प्रमुख केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद खाली पड़े हैं, उनमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यलाय और झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय आदि शामिल हैं।

No comments:
Write comments