DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, November 26, 2020

फतेहपुर : यूपीटीटीआई में होगी स्वेटरों की जांच, शासन के निर्देश पर जनपद भर से लिये गए स्वेटरों के सैम्पल

फतेहपुर : यूपीटीटीआई में होगी स्वेटरों की जांच, शासन के निर्देश पर जनपद भर से लिये गए स्वेटरों के सैम्पल।

फतेहपुर : हुसैनगंज क्षेत्र से विधायक और प्रदेश सरकार में खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप उर्फ धुन्नी सिंह की शिकायत के बाद परिषदीय विद्यालयों में वितरित किए गए स्वेटरों की पड़ताल शुरू हो गई है। जिले भर से स्वेटरों के सैंपल एकत्र कराए गए हैं और इन्हें जांच के लिए शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (यूपीटीटीआई) कानपुर भेजा है। स्वेटर की गुणवत्ता पर खुद राज्यमंत्री की ओर से सवाल उठाए जाने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग और आपूर्ति संस्था में हड़कंप मचा है।


अमर उजाला ने 22 नवंबर को राज्यमंत्री की शिकायत को आधार बनाते हुए प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। डीएम ने इस मुद्दे पर खागा, फतेहपुर और बिंदकी तीनों उपजिलाधिकारियों से हर ब्लॉक से तीन-तीन स्वेटरों के सैंपल मंगवा लिए हैं। अब स्वेटरों की गुणवत्ता की जांच की जानी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र सिंह ने बताया कि मानक के मुताबिक स्वेटर एक्रेलिक के बने होने चाहिए। वहीं, इस मसले पर जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि सभी ब्लॉकों से स्वेटरों के नमूने लेकर उत्तर प्रदेश टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (यूपीटीटीआई) कानपुर में भेजे गए हैं। वहां की लैब रिपोर्ट आते ही शासन को भेजी जाएगी। डीएम ने बताया कि लैब की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्वेटरों की क्वालिटी यदि घटिया निकली तो आपूर्ति करने वाली संस्था और जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप उर्फ धुन्नी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर परिषदीय स्कूलों में वितरित किए गए स्वेटरों की गुणवत्ता घटिया होने की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री को खराब गुणवत्ता वाले स्वेटरों के नमूने भी दिए थे। प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए शासन ने जिला प्रशासन को इस विषय की जांच कराने के निर्देश दिए थे।


आस्था ट्रेडर्स रायबरेली से खरीदे गए स्वेटर

फतेहपुर :  बेसिक शिक्षा विभाग ने दो लाख 44 हजार 282 स्वेटरों की खरीद की थी। चार साइजों में आस्था ट्रेडर्स रायबरेली से 174 रुपये 90 पैसे प्रति स्वेटर की कीमत दर से खरीदे गए स्वेटरों का वितरण भी लगभग पूरा हो चुका है आपूर्ति करने वाले प्रतिष्ठान ने जेम पोर्टल के माध्य से टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ब्लॉकवार छात्र संख्या के आधार पर स्वेटरों की आपूर्ति की है। कक्षा एक और दो के लिए स्माल साइज, कक्षा तीन और चार के लिए मीडियम साइज, कक्षा पांच और छह के लिए एक्स टू साइज और डबल एक्स टू साइज के स्वेटर खरीदे गए थे।

No comments:
Write comments