यूपी के पिछड़े जिलों के 160 महाविद्यालयों में मिलेंगे टैबलेट, बिना इंटरनेट के भी उपयोग कर सकेंगे विद्यार्थी
राजकीय डिग्री कॉलेजों में अब टैबलेट से पढ़ेंगे विद्यार्थी, माध्यमिक स्कूलों के लिए भी हो रहे प्रयास
लखनऊ : राजकीय डिग्री कॉलेजों में विद्यार्थियों को अब टैबलेट के माध्यम से पढ़ने का मौका मिलेगा। दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों में जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं है, वहां विद्यार्थी इसकी मदद से आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे। टैबलेट में पहले से ही ई-कंटेंट मौजूद रहेगा। किताब की तरह इसे पढ़ने के लिए विद्यार्थी अपने घर भी ले जा सकेंगे। इससे विद्यार्थियों को बेहतर ई-कंटेंट उपलब्ध होगा।
उच्च शिक्षा विभाग इसे पहले आकांक्षी जिलों के विद्यार्थियों को उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है। इसमें श्रवस्ती, चंदौली, सोनभद्र, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, फतेहपुर व चित्रकूट के कॉलेज शामिल हैं। इन जिलों के 18 डिग्री कॉलेजों के लिए 160 टैबलेट खरीदे गए हैं।
माध्यमिक स्कूलों में भी टैबलेट से पढ़ेंगे छात्र : माध्यमिक स्कूलों में भी विद्यार्थियों को टैबलेट की मदद से पढ़ाने की तैयारी की जा रही है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है। इसके जरिये सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी आसानी से टैबलेट की मदद से विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए ई-कंटेंट को पढ़ सकेंगे।
प्रदेश के सात महत्वाकांक्षी जिलों के 18 राजकीय महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में टैबलेट वितरित किए जाएंगे। विद्यार्थियों को पुस्तकालय से पुस्तकों की तरह टैबलेट भी निर्धारित समय अवधि के लिए आवंटित किए जाएंगे। विद्यार्थी बिना इंटरनेट सुविधा के भी इन टैबलेट का उपयोग कर सकेंगे।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, फतेहपुर, सोनभद्र और चंदौली जिले के राजकीय महाविद्यालयों में 8 से 9 टैबलेट दिए जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने बताया कि टैबलेट में उत्तर प्रदेश डिजिटल लाइब्रेरी की पाठ्य सामग्री के साथ अन्य आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध रहेगी। कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष ऑनलाइन पढ़ाई पर ही जोर दिया गया है। इन सात जिलों में इंटरनेट सुविधाओं और विद्यार्थियों के पास संसाधनों का अभाव होने के कारण टैबलेट उपलब्ध कराए गए हैं।
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