परिषदीय स्कूलों में नहीं हो पा रहा सपोर्टिव सुपरविजन
41,070 स्कूल ऐसे हैं जिनमें अक्टूबर-नवंबर माह में अभी तक एक भी दौरा नहीं हुआ
प्रयागराज। परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं को मिशन प्रेरक्षा के तहत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के मकसद से हर महीने शत - प्रतिशत स्कूलों के निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं । लेकिन प्रदेशभर के लगभग 41,070 स्कूल ऐसे हैं जिनमें अक्टूबर-नवंबर माह में अभी तक एक भी दौरा नहीं हुआ है।
प्रयागराज में अक्तूबर में 1702 जबकि नवंबर में 457 ऐसे स्कूल थे जहां कोई नहीं पहुंचा। इसे गंभीरता से लेते हुए महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी बीएसए को शत-प्रतिशत स्कूलों के निरीक्षण का आदेश दिया है। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन, स्टेट रिसोर्स ग्रुप सदस्य और डायट मेंटर को निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रयागराज : प्रेरणा गुणांक माडयूल के तहत सभी एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी), स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) व डायट मेंटर को परिषदीय स्कूलों में सपोर्टवि सुपरविजन विजिट का निर्देश है। मानव संपदा पोर्टल के विश्लेषण से पता चला है कि प्रदेश के 41070 स्कूलों में अक्टूबर व नवंबर में विजिट हुई ही नहीं।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक ने सभी जिलों के बीएसए को निर्देशित किया है कि सपोर्टिव सुपरविजन सभी स्कूलों में किया जाए।
बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि प्रयागराज में सभी स्कूलों में सपोर्टिव सुपरविजन कराया जा रहा है। अक्टूबर और नवंबर में त्यौहारों के कारण कुछ व्यवधान हुआ। यही वजह है कि नवंबर में 457 स्कूल ऐसे रहे जिनमें सपोर्टिव सुपरविजन नहीं हो सका। सभी एआरपी, एसआरजजी व मेंटर्स को नियमित रूप से स्कूलों की विजिट के लिए निर्देशित कर दिया गया है। इसकी निगरानी मै स्वयं कर रहा हूं। बीईओ से भी इस मामले में बराबर बात की जा रही है।
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