लखनऊ : बच्चों के स्वेटर की गुणवत्ता की दोहरी जांच शुरू, बीएसए ने निरीक्षण के लिए जारी किया रूट चार्ट
लखनऊ : प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को वितरित स्वेटर की गुणवत्ता और इनके अंडरसाइज होने की जांच शुरू हो गई है । इसकी दोहरी जांच कराई जा रही है। जिला स्तर पर टास्क फोर्स जांच कर रही है, जबकि बेसिक शिक्षा विभाग के स्तर पर भी इसकी जांच के निर्देश दिए गए हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद के आदेश के बाद शुक्रवार को बीएसए दिनेश कुमार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी जांच के काम में लगा दिया है।
प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को घटिया स्वेटर वितरित करने का मामला संज्ञान में आया था। शासन ने इसे गंभीरता से लिया है। इस मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं। महानिदेशक ने जिलेवार टास्क फोर्स बनाई थी। जो जांच कर रही है । अब उन्होंने 17 दिसंबर को आदेश जारी कर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी इसकी जांच कराने का निर्देश दिया है। स्वेटर की जांच बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी तथा जिला समन्वयक स्वयं करेंगे। इन अधिकारियों को प्रत्येक ब्लाक के 10 विद्यालयों में जाकर जांच करनी होगी। एक विद्यालय के न्यूनतम 5 छात्र तथा 5 छात्राओं के अभिभावकों से संपर्क करना होगा। रिपोर्ट में उन्हें विकासखंड का नाम, विद्यालय का नाम, नामांकित छात्र का नाम व कक्षा, अभिभावक का नाम व मोबाइल नंबर तथा अभिभावक का फीडबैक देना ह होगा। अभिभावक से पूछना होगा कि बच्चों को स्वेटर मिला है अथवा नहीं। स्वेटर की साइज ठीक है या नहीं। गुणवत्ता संतोषजनक है अथवा नहीं। यह सारी रिपोर्ट 24 दिसंबर 2020 तक हर हाल में महानिदेशक स्कूल शिक्षा को भेजनी होगी।
बीएसए ने निरीक्षण के लिए जारी किया रूट चार्ट
बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने स्कूलों में स्वेटर की जांच के लिए रूट चार्ट जारी कर दिया है। सभी ब्लॉकों के साथ नगर क्षेत्र के 10- 10 स्कूलों की जांच के लिए रूट चार्ट बनाया गया है। किन-किन स्कूलों में जांच करनी है। इसकी सूची भी उन्होंने जारी कर दी है।
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