पीलीभीत। प्रेक्षागृ़ह में आयोजित ऑपरेशन कायाकल्प की समीक्षा बैठक में हंगामा हो गया। काम के बाद भी शिक्षा विभाग की गलत रिपोर्ट से गुस्साएं सचिव धरने बैठ गए। अतरिक्त एसडीएम और डीपीआरओ ने सचिवों को मनाया और फिर उनकी समस्साएं सुनी। सचिव कुछ देर ही धरने पर बैठे।
सचिवों ने बताया कि वह काफी मेहनत करते है। पूरे-पूरे दिन सिर्फ काम ही काम करते रहते है। कहीं सामुदायिक शौचालय, तो कहीं पंचायत भवन तो कहीं कायाकल्प के कार्यो में लगे है। आरोप है कि इतना कुछ करने के बाद भी उन पर गलत तरह से कार्रवाई की जाती है। मिशन कायाकल्प में शिक्षा विभाग की गलत रिपोर्ट से हम लोगों पर कार्रवाई कर दी जाती है। काम के बाद भी गलत तरीके से कार्रवाई होना हम सचिवों पर मानसिक रूप से परेशान करना है। इसी को लेकर सचिव धरने पर बैठ गए और विरोध करने लगे। सचिव के धरने पर बैठते ही अफसर उन्हें मनाने दौड़े।
व्यस्त रहे डीएम और सीडीओ
मिशन कायाकल्प की बैठक शाम पांच बजे डीएम की अध्यता में प्रस्तावित थी, पर डीएम के व्यस्त होने पर सीडीओ की अध्यक्षता में बैठक होना तय किया गया, पर सीडीओ भी व्यस्त रहे। इसके बाद डीपीआरओ ने सचिवों के साथ बैठक की और उनकी समस्साएं सुनी।
डीडीआरओ प्रमोद कुमार यादव ने कहा सचिव थोड़ा नाराज हो गए थे, पर धरने पर नहीं बैठे। सचिवों के साथ बैठक कर उनकी समस्साएं सुन ली गई है। सचिवों का कहना है कि वह लोग काम करते है, पर शिक्षा विभाग उनके कार्यो की लगत रिपोर्ट भेज देता है, जिसके चलते उन पर कार्रवाई हो जाती है। सचिवों की समस्या सुन ली गई है। डीपीआरओ ने बताया कि मिशन कायाकल्प का करीब 80 से 90 फीसदी काम पूरा हो गया है। शेष काम नए वर्ष के पहले हफ्ते तक पूरा करा लिया जाएगा।
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