प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों से संबद्ध प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के तकरीबन 12 लाख बच्चों को नहीं मिली मिड-डे-मील की राशि
प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों से संबद्ध प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के तकरीबन 12 लाख बच्चों को कोरोना काल में मध्यान्ह भोजना की कन्वर्जन कास्ट नहीं मिल सकी है। खाद्य सुरक्षा भत्ता के रूप में सरकार ने स्कूल न खुलने के कारण बच्चों को खाद्यान्न एवं परिवर्तन लागत की धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।
प्रदेश के 5041 संबद्ध प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के 1291574 छात्र-छात्राओं तथा उनके अभिभावकों के बैंक खाता पोर्टल पर अपलोड करने थे ताकि कन्वर्जन कास्ट सीधे उनके खाते में भेजी जा सके। लेकिन मात्र 765 स्कूलों के 106245 बच्चों के बैंक खाते ही पोर्टल पर अपलोड किए जा सके हैं।
11,85,329 छात्र-छात्राओं के खाते अपडेट नहीं होने के कारण भत्ते का वितरण नहीं हो पा रहा। उप शिक्षा निदेशक संस्कृत प्रमोद कुमार ने शिक्षा निदेशक के हवाले से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को 28 दिसंबर को पत्र भेजकर बैंक खाता अपडेट करवाने के निर्देश दिए हैं ताकि कन्वर्जन कास्ट बच्चों को दी जा सके।
प्राइमरी के प्रति छात्र को 617, जूनियर में 926 रुपये दे रहे
शासनादेश के अनुसार प्राथमिक स्कूल के प्रत्येक छात्र को 24 मार्च से 31 अगस्त तक 617.50 रुपये और उच्च प्राथमिक स्कूल के प्रत्येक छात्र को 926 रुपये दिए जा रहे हैं। 24 मार्च से 30 जून की पहली किस्त के रूप में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक के प्रत्येक बच्चे को क्रमश: 374 व 561 रुपये और एक जुलाई से 31 अगस्त तक दूसरी किस्त में क्रमश: 243.50 व 365 रुपये मिल रहा है। इसके अलावा सरकारी राशन की दुकानों से गेंहू व चावल भी दिया जा रहा है।
कई जिलों में एक बच्चे को भी नहीं मिला रुपया
कई जिलों में संबद्ध प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल के एक बच्चे को भी कन्वर्जन कास्ट नहीं मिली है। कौशाम्बी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, शामली, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, मथुरा, महोबा, झांसी, जालौन, इटावा, नोएडा, गाजियाबाद, गोरखपुर, चित्रकूट, चंदौली, बुलंदशहर, बलरामपुर, बागपत, बदायूं के किसी छात्र को परिवर्तन लागत नहीं दी जा सकी है।
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