फतेहपुर : चतुर्थ श्रेणी कर्मी करेंगे लिपिकीय कार्य, बेसिक शिक्षा में किया जा रहा अभिनव प्रयोग, स्नातक पास कर्मचारी पाएंगे प्रशिक्षण।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा में योग्यता के बावजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी करने वाले लिपिकीय कार्य संपादन में लगाए जाएंगे। स्नातक योग्यताधारी इन कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नियुक्त हैं। यह कर्मचारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनकी योग्यता का उपयोग करने के लिए शासन ने योजना बनाई है। बीएसए को निर्देशित किया है कि वह स्नातक योग्यताधारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लिपिकीय कार्य का प्रशिक्षण दिलाएं। जिसके तहत नगर संसाधन केंद्र में इन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिले में इच्छुक 41 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर बाबुओं के काम की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
ब्लाकों के कामकाज में हाथ बंटाएगे कर्मचारी : बेसिक शिक्षा में ब्लाकों में लिपिकों का टोटा है। कई-कई ब्लाकों का चार्ज एक एक लिपिक के ऊपर है। जिसके चलते समय से काम नहीं उठ हो पाता है। शासन ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की योग्यता का फायदा उठाने की सोची है। इनको प्रशिक्षित करते सरकारी काम निपटाया जाएगा।
स्कूलों में तैनाती, बच्चों को भी पढ़ाते
बेसिक शिक्षा के स्कूलों में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों में योग्यता की कोई कमी नहीं है। माता-पिता की मौत के बाद लिपिक संवर्ग और शिक्षक में भर्ती नहीं हो पाए। तय समय सीमा के अंदर नौकरी भी करनी थी। इसलिए चतुर्थ श्रेणी की नौकरी ज्वाइन कर ली। विद्यालयों में कामकाज कम होने के चलते प्रधानाध्यापकों ने अफसरों की सहमति पर इनसे पढ़ाने का काम लेना शुरू कर दिया है।
शासन के निर्देश पर विद्यालयों में तैनात चतुर्थ
श्रेणी कर्मचारियों को लिपिकीय कार्य के प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के 13 ब्लाकों और मुख्यालय तथा बिंदकी नगर क्षेत्र में तैनात 41 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके बाद इनसे ब्लाकों में लिपिक का काम लिया जाएगा।
शिवेंद्र प्रताप सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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