फतेहपुर : 70 कम्पोजिट विद्यालय होंगे हाईटेक, सुधरेगी हालत, बनेंगी विद्यालयों में लैब
फतेहपुर : जिले के 70 कंपोजिट विद्यालय हाईटेक होंगे। कक्षा तीन से आठ तक न्यूनतम 180 छात्र संख्या वाले कंपोजिट विद्यालयों का पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयन होगा। इनमें गणित, विज्ञान और भाषा की पढ़ाई के लिए विशेष लैब बनाए जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने विद्यालयों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नीति आयोग ने कक्षा तीन से आठ का शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत काम शुरू किया है। इसके लिए देशभर में कुल 10 जिलों का चयन हुआ है। इनमें से छह जिले उत्तर प्रदेश के हैं, जिनमें फतेहपुर भी शामिल है। योजना के तहत कक्षा तीन से आठ तक के छात्र-छात्राओं को गणित, विज्ञान और भाषा की विशेष पढ़ाई की व्यवस्था की जानी है। इसके लिए चयनित 70 कंपोजिट विद्यालयों में इन विषयों की लैब स्थापित की जाएगी।
नीति आयोग का पत्र आते ही बेसिक शिक्षा विभाग ने तय मानक के अनुरूप कंपोजिट विद्यालयों का चयन प्रारंभ कर दिया है। इसमें ऐसे स्कूलों का चयन किया जाना है, जिनमें कक्षा तीन से आठ तक की न्यूनतम छात्र संख्या 180 से कम न हो। साथ ही आठ शिक्षकों की तैनाती हो। स्कूलों का चयन कर नीति आयोग को भेजा जाना है। मार्च के बाद चयनित स्कूलों में काम शुरू हो जाएगा।
बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि परिषदीय स्कूलों में गणित, विज्ञान और भाषा की शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नीति आयोग ने काम प्रारंभ कर दिया है। आयोग की मांग के अनुरूप जिले में 70 कंपोजिट विद्यालयों के चयन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
क्या हैं कंपोजिट विद्यालय
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग ने एक परिसर में संचालित एक से अधिक विद्यालयों का अलग-अलग अस्तित्व समाप्त करके उनका विलय कर कंपोजिट विद्यालय बना दिया है। इनमें कक्षा एक से लेकर आठ तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। सिर्फ एक प्रधानाध्यापक और शेष सभी सहायक अध्यापक होते हैं।
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