DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, February 8, 2021

मां-बाप के मन में कई सवाल..🤔, सरकारी स्कूलों में कैसे होगा सैनिटाइजेशन?

10 फरवरी से खुल रहे यूपी में 6 से 8वीं तक के स्कूल, हर विद्यार्थी के बीच छह फुट की दूरी के मानक का कैसे होगा स्कूलों में पालन? 

मां-बाप के मन में कई सवाल..🤔, सरकारी स्कूलों में कैसे होगा सैनिटाइजेशन?


UP Schools Reopening date: उत्तर प्रदेश में शासन के निर्देश के बाद 10 फरवरी से कक्षा 6 से 8वीं तक के स्कूल खोलने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए प्रोटोकॉल और गाइडलाइन तय की गई है।
    

■ पैरेंट्स के मन में स्कूल खुलने को लेकर अभी भी कई सवाल
■ कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों के खोले जाने की एसओपी जारी
■ हर विद्यार्थी के बीच छह फुट की दूरी के मानक का पालन
बच्चों की सुरक्षा को लेकर पैरेंट्स में डर


लखनऊ : यूपी में 10 फरवरी से 6 से 8वीं तक के स्कूल कैसे खुलेंगे, क्या नियम कायदे होंगे, कब कौन सी क्लास चलेंगी... ये गाइडलाइंस सरकार ने शनिवार को जारी कर दीं। लेकिन इसके बाद भी कई सवाल हैं जो अभिभावकों के मन में हैं।


कानपुर रोड निवासी राजेश पांडेय कहते हैं मेरी बेटी की परीक्षा ऑनलाइन चल रही है। स्कूल खुलने का मेसेज आ गया है। लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ है कि बचे हुए एग्जाम ऑनलाइन होंगे या ऑफलाइन।

जानकीपुरम निवासी रश्मि का कहना है कि स्कूल अपनी तरफ से वाहन की सुविधा देंगे या नहीं, अभी यह भी तय नहीं। क्लास 6 से 8 तक के बच्चे छोटे होते हैं, उन्हें स्कूल भेजना कितना सुरक्षित होगा यह डर भी सता रहा है।


सरकारी स्कूलों में कैसे होगा सैनिटाइजेशन?

प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह का कहना है कि निजी स्कूल तो सुरक्षा मानकों का पालन कर लेंगे, लेकिन परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे गरीब तबके के होते हैं। सैनिटाइजेशन, मास्क, सैनिटाइजर और पल्स ऑक्सिमीटर के साथ-साथ चिकित्सा सुविधाओं का इंतजाम सरकार करे।


विद्यालय में आई कंपोजिट ग्रांट का 10 फीसदी सफाई, मास्क और सैनिटाइजर में लगाया जाएगा। हमारे यहां जगह की कमी नहीं है तो सोशल डिस्टेंटिंग का पालन कराया जा सकेगा। वहीं, चिकित्सा सुविधा के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, एएनएम और आशा बहुओं से संपर्क करेंगे। -दिनेश कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी

गाइडलाइंस का पालन होगा

अनएडेड प्राइवेट स्कूल असोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल का कहना है हमारी तैयारियां चल रही हैं। आप यह खबर प्राइमरी का मास्टर डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। अभिभावकों की सुविधा के लिए कई स्कूलों ने स्कूल वाहन की भी व्यवस्था की है। फिलहाल फीस बढ़ाने के बारे में कुछ तय नहीं किया गया है।


पायनियर मॉन्टेसरी स्कूल की प्रिंसिपल शर्मिला सिंह ने बताया सोशल डिस्टेंसिंग के लिए 9 से 12 और 6 से 8 तक के बच्चों की टाइमिंग में बदलाव किया है। जीडी गोयनका के चेयरमैन सर्वेश गोयल का कहना है कि हमारे यहां स्कूल 10 फरवरी से नहीं खुलेंगे। हम ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था के बाद ही स्कूल खोलेंगे।

No comments:
Write comments