संस्कृत विद्यालयों का गुरुकुल पद्धति के अनुसार संचालन कर निर्धन विद्यार्थियों को निशुल्क छात्रावास और भोजन की सुविधा, निदेशालय का होगा गठन
संस्कृत विद्यालयों का गुरुकुल पद्धति के अनुसार संचालन कर निर्धन विद्यार्थियों को सरकार निशुल्क छात्रावास और भोजन की सुविधा देगी। राजकीय संस्कृत विद्यालयों और माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के कार्यालय भवन के लिए 5 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
देववाणी संस्कृत को नया जीवन तकनीक बनाएगी उज्ज्वल भविष्य। उप्र माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के कार्यालय भवन के लिए पांच करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं।
प्रदेश में संस्कृत के विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय की हालत किसी से छिपी नहीं है। देववाणी संस्कृत जो पढ़ना भी चाहते हैं, वे कालेजों की हालत देखकर आगे नहीं बढ़ते। योगी सरकार ने इसके लिए बड़ी पहल की है।
उप्र संस्कृत शिक्षा निदेशालय के गठन और उप्र माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के कार्यालय भवन के लिए पांच करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं। साथ ही संस्कृत विद्यालयों में पढऩे वाले निर्धन छात्रों को गुरुकुल पद्धति के अनुसार मुफ्त छात्रावास व भोजन की व्यवस्था की जाएगी। यानी अब संस्कृत पढऩे वालों की संख्या बढ़ेगी और उनका भविष्य भी बेहतर होगा।
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