कालपी : किताब वितरण की झूठी रिपोर्ट शासन को भेजने के मामले में जांच शुरू होने पर शिकायत करने वाले शिक्षकों को अब धमकियां मिल रही हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप चौहान, महामंत्री इलियास मंसूरी, बृजेश श्रीवास्तव आदि का आरोप है कि निःशुल्क बंटने वाली किताबों के मामले की शिकायत के बाद अब उन्हें कार्रवाई करने की धमकियां मिल रही हैं, ताकि वह दबाव में आ जाएं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की जाएगी।
शिक्षक संघ ने मामले की शिकायत बेसिक शिक्षा महानिदेशक निदेशक सचिव व कमिश्नर को भेजी है। पदाधिकारियों ने कहा कि बदले की भावना से उनपर अधिकारी कार्रवाई की रणनीति बना रहे हैं। जिससे उन्हें दबाव में लिया जा सके।
खल्ला में बीएसए ने किया निरीक्षण : महेबा ब्लाक के उच्च प्राथमिक कम्पोजिट विद्यालय का निरीक्षण करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचंद्र यादव पहुंचे। जहां पर निर्माणाधीन हैंडवाश यूनिट देखी और शिक्षकों की उपस्थिति देखी । संघ के महामंत्री इल्यास मंसूरी भी इसी विद्यालय में तैनात हैं। उन्होंने किताबें नहीं मिलने की बात कही तो बीएसए गाड़ी में बैठकर जाने लगे। प्रधानाध्यापक गुरुमुख सिंह ने कहा कि सितंबर, जनवरी व फरवरी में किताबों के लिए मांग पत्र दे चुके हैं।
किताबें बंटवाने की तैयारी में विभाग
उसरगांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के एकल कक्ष में बंद 505 किताबों का राजफाश होने के बाद विभाग उन्हें बंटवाने की तैयारी में है। दो दिन तक कक्ष की चाबी नहीं देने वाले संकुल शिक्षक ने अवकाश ले लिया है। वहीं प्रधानाध्यापिका मीरा ने जांच अधिकारियों को प्रार्थना पत्र में बताया कि एकल कक्ष की चाबी कई सालों से संकुल शिक्षक के पास रहती है। मेरा कोई उससे वास्ता नहीं है। 20 फरवरी को उसमें किताबें के भंडारण की बात आई तो सोमवार को चाबी मंगाई गई। उन्होंने चाबी को घर में होना बताया। दो दिन तक चाबी नहीं देना यह जांच का विषय है।
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