नवनियुक्त शिक्षक - शिक्षिकाओं के लिए ढूंढे जा रहे रिश्ते, BSA ऑफिस, BRC व स्कूलों तक पहुँच रहे लोग
कन्नौज:- इंत्रनगरी के प्राथमिक स्कूलों को मिले करीब 1400 सहायक शिक्षक और शिक्षिकाओं में से बिन व्याहे लोगों में वर-वधू की तलाश शुरू हो गई है। इसके लिए बेसिक शिक्षा महकमे और परिषदीय स्कूलों में लोग पहुंच रहे हैं। परिचित टीचर और कर्मियों से भी जानकारी कर रहे हैं।
शादी के लिए लोग सरकारी वर या वधू की तलाश अधिक करते हैं, इसमें शिक्षा महकमे से जुड़े लोगों की वरीयता अधिक रहती है। शिक्षक की नौकरी सम्मान और मकान की मानी जाती है। जिले में पहले चरण में 312 और दूसरे चरण में 1081 ने नौकरी के लिए काउंसिलिंग कराई गई थी। इसमें कई अविवाहित शिक्षक और शिक्षिकाएं भी हैं। दूसरी शिफ्ट में करीब 600 महिला टीचर हैं।
इन दिनों बीएसए दफ्तर में नए टीचरों की जानकारी के लिए लोग पहुंच रहे हैं। बाबू समेत अन्य कर्मियों से रिश्ते के बाबत नए मास्साव की कुंडली खंगाल रहे हैं। बीआरसी और कई प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले परिचित टीचर से भी नए शिक्षक और शिक्षिकाओं के बारे में जानकारी कर रहे हैं।
दूसरे जिलों के अध्यापकों के लिए यह भी है वजह
शिक्षक भर्ती के दौरान कई ऐसे युवक-युवतियां हैं, जो दूसरे जिले से हैं उनकी यहां तैनाती हुई है। उनमें से कई अविवाहित हैं। ऐसे मैं उनके अभिभावकों का यह मानना है कि अपने बच्चों के लिए अगर यही उनके ही विभाग में ही काम करने वालों के बीच से कोई मुनासिब रिश्ता मिल जाए तो यह दोनों के लिए बेहतर सावित होगा।
बीआरसी से ही थी तलाश
बीआरसी सदर में जब नई भर्ती के शिक्षकों की हाजिरी लग रही थी, तब से ही लोगों को रिश्ते की तलाश थी। अब स्कूलों का आवंटन हो जाने के बाद से प्रक्रिया में तेजी आई है, कारण स्कूल में परिचितों को ही इसमें मध्यस्त बनाना चाहते हैं।
क्या कहते हैं बीएसए
बीएसए केके ओझा ने बताया कि अनुमान नई भर्ती के बाद लोग उनमें से अपनी पसंद का रिश्ता तलाश करते है। कुछ अभिभावको ने महकमे में आकर ऐसी जानकारी भी मांगी है। वह खुद से इस बारे में कुछ नहीं बता सकते, क्योंकि यह परिवारों के बीच का मामला है।
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