कुलपति कर सकेंगे विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों की भर्ती, नए शिक्षा सेवा आयोग का गठन जल्द : डिप्टी सीएम
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सूबे के विश्वविद्यालयों में अब कुलपति कर्मचारियों की भर्ती कर सकेंगे। अब तक उनके पास केवल शिक्षकों की भर्ती का ही अधिकार था। शासन ने कुलपति के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाए जाने का निर्णय लिया है। अब तक सूबे के विश्वविद्यलयों में कर्मचारियों की भर्ती उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के जरिए होती थी। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा।
डिप्टी सीएम ने कहा कि जल्द ही प्रदेश में नए शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया जाएगा। फिर इसमें बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा आयोग का विलय किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक नए आयोग का गठन नहीं हो जाता है, तब तक भर्ती संस्थाएं अपना काम करती रहेंगी।
डॉ. शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत 70 विश्वविद्यालयों का 70 फीसदी पाठ्यक्रम कामन होगा। जबकि 30 फीसदी पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय को तैयार करना होगा। सूबे के सभी विवि और उससे संबद्ध कॉलेजों में इनोवेशन हब, डिजिटल लाइब्रेरी, वर्चुअल लैब और एकेडमिक डाटा बैंक स्थापित करने को कहा। इसके लिए वर्ष 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दिव्यांगजन विभाग की मदद से दिव्यांगों के लिए भी अनूठे लैब की स्थापना की बात कही।
उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थी जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। सभी को अपनी उपलब्धियों पर गर्व होगा। जिंदगी में जो भी उपलब्धि प्राप्त कर रहे हैं, उसके साथ नैतिकता, ईमानदारी, करुणा और दया जैसे गुणों को भी अपनाना होगा। इसी के बदौलत आप सब सर्वगुण संपन्न जनशक्ति बनकर प्रदेश और देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान कर सकेंगे।
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