यूपी बोर्ड के स्कूलों को नए शैक्षणिक सत्र की जानकारी नहीं, स्कूलों ने कहा- न किताबें न पाठ्यक्रम, एक अप्रैल से करना क्या है?
लखनऊ। यूपी बोर्ड के स्कूलों को एक अप्रैल से शुरू होने जा रहे नए शैक्षणिक सत्र की कोई जानकारी नहीं है। न तो विभाग ने अभी एकेडमिक कैलेंडर जारी नहीं किया है और न ही किताबें आई हैं। ऐसे में स्कूलों के सामने बगैर कैलेंडर के अगले सत्र की पढ़ाई कैसे शुरू की जाए, सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है, जबकि बोर्ड ने जो माहवार पाठ्यक्रम जारी किया है उसमें पढ़ाई जुलाई से मार्च तक का दिया गया है।
एक हफ्ते बाद नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाएगा। सीबीएसई व आईसीएससी के अधिकतर स्कूल पांच अप्रैल से खुल रहे हैं। इन सभी बोर्ड की किताबें भी बाजार में आ गई हैं, लेकिन यूपी बोर्ड के स्कूलों को जानकारी नहीं है कि उन्हें करना क्या है? विभाग की तरफ से न तो एकेडमिक कैलेंडर जारी हुआ है और न ही किताबें बाजार में आई हैं। स्कूलों के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे एक अप्रैल से स्कूल तो खोलेंगे, लेकिन क्या पढ़ाएंगे विभाग की तरफ से इसकी जानकारी नहीं दी गई है। विभाग की तरफ से पाठ्यक्रम जारी होता है। किस माह में क्या पढ़ाना है। वहीं बोर्ड की तरफ से यह भी बताया जाता है कि उन्हें किन प्रकाशकों की किताबें खरीदनी हैं। बोर्ड ने अभी तक प्रकाशकों की न तो सूची भेजी है और न ही कोई भी किताब बाजार में उपलब्ध है। अमीनाबाद इंटर
कॉलेज के प्रधानाचार्य साहेब लाल मिश्रा ने बताया कि अभी 31 मार्च तक ही विद्यालय बंद करने के आदेश हैं। ऐसे में हम एक अप्रैल से स्कूल खोलने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन बच्चों को क्या पढ़ाना है इसकी जानकारी बोर्ड से नहीं आई है।
जुलाई से मार्च तक का ही पाठ्यक्रम
बोर्ड ने माहवार पाठ्यक्रम जारी किया है, लेकिन उसमें जुलाई से मार्च तक का ही पाठ्यक्रम दिया गया है। अप्रैल और मई माह में छात्रों को पाठ्यक्रम का कौन सा हिस्सा पढ़ाया जाना है इसका उल्लेख नहीं है। आप यह खबर प्राइमरी का मास्टर डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। स्कूलों को इसकी भी जानकारी नहीं है कि कहीं सत्र एक जुलाई से शुरू करने की योजना तो नहीं है। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि जो भी पाठ्यक्रम जारी हुआ है उसे सभी स्कूलों को उपलब्ध करा दिया गया है। जैसे ही बोर्ड की तरफ से कोई जानकारी आएगी वह स्कूलों को उपलब्ध करा दी जाएगी।
- बुक बैंक से पढ़ाई की तैयारी
अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य साहेब लाल मिश्रा ने बताया कि कक्षा छह से आठ तक के बच्चों की पढ़ाई पुरानी किताबें को एकत्रित कर शुरू कराई जा सकती है, लेकिन कक्षा नौ, 10, और 12वीं की पढ़ाई बिना किताबों के शुरू नहीं हो सकती है।
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