परिषदीय स्कूलों की दीवारों पर टँगेगा ‘जिम्मेदारी’ का बोर्ड
प्रयागराज : सरकारी स्कूल भी निजी स्कूलों के साथ कदमताल करें। वहां के बच्चे भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलें। शैक्षणिक स्तर में भी कमतर न रहे, इसके लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। अध्यापकों को तरह तरह के प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं। इन सब के साथ अभिभावक व स्थानीय लोग भी अपनी जिम्मेदारी समङों यह भी प्रयास हो रहा है। लोगों को साथ जोड़ने के लिए विद्यालय प्रबंध समितियों में अभिभावकों, ग्राम प्रधानों व अन्य प्रभावी लोगों को शामिल किया गया है। अब शासन ने पहल करते हुए स्कूल प्रबंध समिति के सदस्यों के नाम, पदनाम व मोबाइल नंबर विद्यालय की दीवारों पर लिखवाने का फैसला किया है। इसके लिए बजट भी जारी हो चुका है। प्रस्तुत है जिले में विद्यालयों की स्थिति व नई योजना पर रिपोर्ट।
अभिभावकों से कर रहे संपर्क
कोरोना काल में स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई चली। इसमें अभिभावकों का सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया गया। अब भौतिक कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। विद्यार्थियों को स्कूल भेजने व पाठ्य सामग्री के प्रयोग आदि को लेकर अभिभावकों की भी सजगता बढ़ाने के क्रम में शिक्षक उनसे मिल रहे हैं। 30 मार्च को होने वाले अंकपत्र वितरण समारोह में सभी अभिभावकों को बुलाने का भी प्रयास किया जा रहा है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय से स्कूलों में वॉलराइटिंग कराने के लिए दिशा निर्देश मिल चुका है। इस संबंध में कार्य भी शुरू हो गया है। जल्द ही शासन की मंशा के अनुरूप कार्य कराकर रिपोर्ट भेज दी जाएगी। - संजय कुशवाहा, बीएसए
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