पांच अप्रैल से निजी स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई, कोरोना के प्रसार के बीच अभिभावकों ने उठाये सवाल
लखनऊ। निजी स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई पांच अप्रैल से शुरू होगी। इसके लिए स्कूलों ने तैयारी शुरू कर दी है। छठी से 12वीं तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं पहले की तरह चलेंगी। एक से पांच तक के बच्चों की कक्षाओं के लिए स्कूल अभिभावकों से सहमति मांग रहे हैं। जिन स्कूलों ने एक मार्च से इनकी क्लास नहीं शुरू कीं, वे भी पांच अप्रैल से इन कक्षाओं की पढ़ाई शुरू कराने जा रहे हैं।
वर्तमान सत्र खत्म हो रहा है। अधिकतर स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं। इस बीच अधिकतर निजी स्कूल पांच अप्रैल से नए सत्र की पढ़ाई शुरू करने जा रहे हैं। वहीं, जिन स्कूलों में अभी तक प्री-प्राइमरी की कक्षाएं नहीं शुरू हुईं, वे भी नए सत्र से बच्चे बुला रहे हैं। जीडी गोयंका पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सर्वेश गोयल ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्री प्राइमरी से 12वीं तक की कक्षाएं पांच अप्रैल से शुरू हो जाएंगी। एक साल बाद पूरी तरह से स्कूल खोलने की स्टाफ ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच सरकार का कोई नया आदेश आता है तो उसका भी पालन किया जाएगा। अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि नए सत्र से सभी कक्षाओं का संचालन शुरू होगा। शासन के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
सहमति पर बुलाए जाएंगे बच्चे
कई स्कूल कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के लिए अभिभावकों की सहमति मांग रहे हैं। पॉयनियर मोंटेसरी स्कूल की प्रिंसिपल शर्मिला सिंह ने बताया कि प्राइमरी बच्चों को आना है कि नहीं यह अभिभावकों पर छोड़ दिया है। वरदान इंटरनेशनल एकेडमी की प्रधानाचार्या ऋचा खन्ना ने बताया कि पांचवीं तक के बच्चों के लिए अभिभावकों से सहमति मांग रहे हैं। कानपुर रोड स्थित सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल की प्रिंसिपल पूनम गौतम ने बताया कि एक अप्रैल से जूनियर व सीनियर सेक्शन की पढ़ाई शुरू होगी। प्राइमरी की पढ़ाई सहमति के आधार पर पांच अप्रैल से शुरू होगी। वहीं, दी मिलेनियम स्कूल रायबेरली रोड की प्रिंसिपल मंजुला गोस्वामी ने बताया कि ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प बंद नहीं होगा। सहमति पर ही बच्चों को बुलाया जाएगा।
अभिभावकों का विरोध
राजधानी में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। ऐसे में अभिभावकों की ओर से नए सत्र से स्कूल खोलने का विरोध शुरू हो गया है, खासकर छोटे बच्चों को बुलाने को लेकर। लखनऊ अभिभावक विचार परिषद अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि एक बार फिर कोरोना पैर पसार रहा है। ऐसे में नए सत्र से स्कूल खोलने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। खासकर पांच तक के बच्च्चों के लिए। वे सरकार को प्रस्ताव भेजकर छोटे बच्चों की ऑफलाइन पढ़ाई शुरू न कराने की मांग करेंगे।
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