UPMSP UP Board Class 10, 12 Exam 2021 : परीक्षा से पहले वित्तविहीन स्कूलों ने जीती 'नाक' की लड़ाई, यूपी बोर्ड ने लिया यू-टर्न, बाहरी अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक होगा
24 अप्रैल से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षा से पहले वित्तविहीन स्कूलों ने अपनी ‘नाक’ की लड़ाई जीत ली है। इस साल राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त और वित्तविहीन बालिका विद्यालयों को केंद्र निर्धारण की अनिवार्य अर्हताएं पूरी करने पर पहली बार प्राथमिकता के आधार पर सेंटर बनाने या स्वकेंद्र की सुविधा दी गई है।
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने 9 मार्च को केंद्र व्यवस्थापकों की नियुक्ति के संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश जारी किए थे। उसमें जिन विद्यालयों की बालिकाओं को स्वकेंद्र की सुविधा प्रदान की गई है वहां बाह्य केंद्र व्यवस्थापक सहित 50 प्रतिशत स्टाफ बाह्य विद्यालयों से नियुक्त करने को कहा था।
इस आदेश को वित्तविहीन बालिका विद्यालयों के प्रबंधक अपने सम्मान के खिलाफ और अपनी तौहीन समझ रहे थे क्योंकि उनके अपने प्रधानाचार्य के स्थान पर बाहरी स्कूल के शिक्षक को बोर्ड परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी जा रही थी। सूत्रों के अनुसार इसे लेकर वित्तविहीन स्कूलों ने शासन स्तर तक दबाव बनाया।
जिसके बाद बोर्ड ने यू टर्न लेते हुए 15 मार्च को संशोधन जारी कर दिया। संशोधित व्यवस्था में जिन विद्यालयों की बालिकाओं को स्वकेंद्र की सुविधा प्रदान की गई है वहां पर बाहरी शिक्षक अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक होगा और 50 प्रतिशत स्टाफ बाहरी स्कूल से नियुक्त किए जाएंगे। केंद्र व्यवस्थापक स्कूल के प्रधानाचार्य को बनाया जाएगा।
वित्तविहीन बालिका स्कूलों में अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक
राजकीय और अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में सिर्फ एक एक केंद्र व्यवस्थापक को बोर्ड परीक्षा कराने की जिम्मेदारी मिली है। संवेदनशील, अतिसंवेदनशील केंद्रों के अलावा वित्तविहीन बालिका विद्यालयों में ही बाहरी अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापकों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि नकलविहीन और शुचितापूर्ण तरीके से परीक्षा कराई जा सके।
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