मतगणना रोकने का फैसला ले राज्य निर्वाचन आयोग, शिक्षक महासंघ ने ज्ञापन देकर कहा बहिष्कार के लिए न करें विवश
उत्तर प्रदेश के 550 से ज्यादा शिक्षकों की जिंदगी निगल गया कोरोना, शिक्षक महासंघ का दावा
प्रयागराज । पंचायत चुनाव की ड्यूटी से लौटने के बाद कोरोना संक्रमण की वजह से अब तक पूरे प्रदेश में 550 शिक्षकों की मौत हो चुकी है। यह दावा करते हुए उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ ने प्रदेश सरकार से पंचायत चुनाव की मतगणना स्थगित कराने की मांग की है।
शिक्षक महासंघ का दावा है कि कोरोना की वजह से उन जिलों में अधिक शिक्षकों की मौत हुई है, जहां पंचायत चुनाव हो चुका है। पहले चरण में चुनाव वाले प्रयागराज जिले में 28 प्राथमिक शिक्षक एवं 10 माध्यमिक शिक्षकों की मौत हुई । उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ का कहना है कि मौत के मुंह में समाने वाले अधिकतर शिक्षक चुनाव ड्यूटी के बाद संक्रमित हुए हैं। जान गंवाने वाले अधिकतर शिक्षक पंचायत चुनाव में मतदान और उससे पहले हुए प्रशिक्षण के बाद बीमार पड़े. जिन्हें इलाज नहीं मिल सका।
लखनऊ। उप्र शिक्षक महासंघ और उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए 2 मई को होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना स्थगित करने की मांग की है।
एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी, विधान परिषद में नेता शिक्षक दल सुरेश कुमार त्रिपाठी और प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा समेत कई नेताओं ने निर्वाचन आयोग को इस संबंध में ज्ञापन भेजा है। इसमें कहा गया है कि प्रदेश में अब तक 577 शिक्षकों व कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। वहीं, मतदान कराकर लौटे कई कर्मचारी व शिक्षक संक्रमण से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक व कर्मचारियों के प्रति इस प्रकार की संवेदनहीनता शिक्षक व कर्मचारियों को मतगणना कार्य के बहिष्कार के लिए विवश कर रही है। ज्ञापन में शिक्षक महासंघ के संयोजक हेम सिंह पुंडीर के हस्ताक्षर भी हैं।
मतगणना के बाबत कोई भी निर्णय लेने के लिए निर्वाचन आयोग ही अधिकृत है। वह जो भी फैसला लेगा, उसका हम पालन करेंगे। - राजेंद्र कुमार तिवारी, मुख्य सचिव
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