जनता बची तो पंचायत चुनाव फिर हो जाएंगे, इंटरनेट मीडिया पर चुनाव टालने को "स्टाप इलेक्शन सेव ह्यूमन कैंपेन" अभियान।
सीतापुर : बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को देखते हुए रविवार को शिक्षकों में जबरदस्त उबाल दिखा। चुनाव को आगे बढ़ाने व कुछ समय तक टालने की मांग को लेकर अनेक शिक्षकों ने इंटरनेट मीडिया पर जबरदस्त अभियान चलाया। शिक्षकों ने इस मुहिम का नाम स्टाप इलेक्शन सेव ह्यूमन कैंपेन नाम दिया।
अभियान के तहत शिक्षकों ने इंटरनेट मीडिया के विभिन्न मंच पर अपनी बात लिखी और चुनाव आयोग से पंचायत निर्वाचन आगे टालने की बात कही। अधिकांश शिक्षकों ने लिखा है। जिले के शिक्षकों में कुलदीप वाजपेयी, रुची अग्रवाल, नईम खां, विजय गौतम, मोहन दीक्षित, इमरान अंसारी, खुश्तर रहमान, रजत रंजन आदि अनेक शिक्षकों ने कैंपेन में सहभागिता दर्ज कराई।
शिक्षकों ने ज्ञापन किया मेल : शिक्षक संगठनों ने प्रधानमंत्री, राज्यपाल, राज्य निर्वाचन आयोग को ज्ञापन मेल किया है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ एलिया इकाई के अध्यक्ष कुलदीप वाजपेयी व मंत्री रईस अहमद ने लिखा है कि कोरोना अतिघातक है, मानवता संकट में है। पीड़ित होने वालों में शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों की संख्या भी अधिक है। जो कर्मचारी चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित होगा उसमें 4 से 5 दिन बाद लक्षण प्रतीत होंगे तब उसे चुनाव ड्यूटी में नहीं माना जाएगा।
इसका आदेश होना चाहिए कि यदि कोरोना से किसी शिक्षक कर्मचारी की मृत्यु होती है तो उसे चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई मृत्यु माना जाए। परिवार के भरण पोषण के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए। उर्दू टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष खुश्तर रहमान एवं महामंत्री काजिम हुसैन ने भी स्थिति सामान्य होने तक चुनाव स्थगित करने की मांग की है।
नारे
-मानव जाति संकट में है। अगर जनता बची तो पंचायती चुनाव फिर हो जाएंगे। प्रदेश में पंचायत चुनाव कोरोना काबू होने तक टाले जाएं'।
- प्रतिदिन कोरोना से हो रही शिक्षकों की मौत से अत्यंत भयभीत हूं। सरकार के इस प्रचंड तरीके से फैली इस महामारी के बीच चुनाव ड्यूटी करके अपने और अपने परिवार के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता हूं'
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